दामोदर नदी भारतीय राज्य झारखंड से निकल के पच्छिम बंगाल में बहे वाली, हुगली नदी के सहायिका, नदी बा। नदी के कुल लंबाई 592 किलोमीटर (368 मील) बा। ई नदी झारखंड के छोटा नागपुर पठार से निकले ले जहाँ प्राचीन काल के चट्टान सभ खनिज संपदा से भरपूर बाड़ी। पठारी हिस्सा पार करे के बाद ई बंगाल के मैदान में परवेश करे ले आ ढाल एकदम से कम हो जाला। एही कारण बरसात के सीजन में, जब एकरे ऊपरी हिस्सा में भरपूर पानी बरसे ला आ नीचे उतरे पर ढाल अचानक कम हो जाला, एह में भयानक बाढ़ आवे ले। इतिहासी रूप से एही कारन एह नदी के "बंगाल के शोक" कहल जाय। हालाँकि, अब एह नदी आ एकरे सहायिका नदी सभ पर कई गो बंधा बनावल गइल बाड़ें जवना से बाढ़ में कमी आइल बा आ बिजली के उत्पादन होला। ई मैनेजमेंट अमेरिका के टेनेसी वैली कार्पोरेशन के तर्ज पर दामोदर वैली कार्पोरेशन (डीवीसी) बना के कइल गइल बा।
दामोदर के प्रमुख सहायिका नदी सभ में बरकार, कोनार आ जमुनिया नियर नदी बाड़ी सऽ। नदी के थाला खूब खनिज पदार्थ वाला हवे आ एही कारन एह इलाका में उद्योग सभ के बिकास भी भइल बा। बोकारो, आसनसोल, दुर्गापुर आ बर्धमान नियर शहर एह नदी के तीरे बसल बाड़ें जे कलकत्ता बंदरगाह के पछवारे के परदेस में पड़े लें। एह इलाका में उद्योग के अस्थापन के कारन ई नदी भारत के कुछ सभसे ढेर प्रदूषित नदी सभ में से एक हवे।