आदित्य-एल1

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आदित्य-एल1
Aditya-L1
Aditya-L1 के लांच कन्फिगरेशन
मिशन प्रकारसुरुज ऑब्जरवेशन
आपरेटर इसरो (ISRO)
वेबसाइटwww.isro.gov.in/Aditya_L1.html
मिशन अवधि5.2 बरिस (प्लान)[1]
अंतरिक्षबिमान लच्छन
सैटेलाईट बसI-1K
निर्माताइसरो (ISRO) / IUCAA / IIA
लांच द्रब्यमान1,475 किग्रा (52,000 औंस)[2]
पेलोड द्रब्यमान244 किग्रा (8,600 औंस)[1]
मिशन सुरुआत
लांच तारीखNot recognized as a date. Years must have 4 digits (use leading zeros for years < 1000). UTC (प्लान बाटे)[3]
राकेटPSLV-XL(C57)[1]
लांच के जगहसतीश धवन स्पेस सेंटर
ठीकेदारइसरो (ISRO)
ऑर्बिटल पैरामीटर
रिफरेंस सिस्टमपृथिवी-सुरुज एल1
रेजीमहैलो ऑर्बिट
अवधि177.86 days[4]

आदित्य-एल1 (अंग्रेजी: Aditya-L1) सूर्य के अध्ययन करे वाला पहिला भारतीय अंतरिक्ष मिशन होखी। ई कोरोनोग्राफिक अध्ययन करे खातिर स्पेसक्राफ्ट होखी जे अंतरिक्ष में एगो ऑब्जर्वेटरी नियन काम करी। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा एकर प्लानिंग कइल बा आ ई अंतरिक्षबिमान (स्पेसक्राफ्ट) अउरी कई संस्था सभ के साथे मिल के डिजाइन आ डेवेलप कइल गइल बाटे। प्लानिंग के मोताबिक ई धरती-सुरुज सिस्टम में हैलो ऑर्बिट में लैग्रेंज प्वाइंट सभ में से एल-1 पर पहुँचावल जाई; एह तरीका से एकर धरती से दूरी लगभग 15 लाख (1.5 मिलियन) किलोमीटर होई। एह मिशन क मुख्य बैज्ञानिक मकसद कोरोनल हीटिंग, सौर हवा के त्वरण, कोरोनल मैग्नेटोमेट्री, नियर-यूवी सौर विकिरण के उत्पत्ती आ निगरानी आ फोटोस्फियर, क्रोमोस्फीयरकोरोना, सौर ऊर्जावान कण आ सुरुज के चुंबकीय क्षेत्र के लगातार निरीक्षण बा।

ई सुरुज के निरीक्षण खातिर समर्पित पहिला भारतीय मिशन हवे। एकर प्रोजेक्ट डाइरेक्टर भारतीय बैज्ञानिक निगार शाजी बाड़ी। एकरा के शनीचर, 2 सितंबर 2023 के पीएसएलवी-एक्सएल लॉन्च वाहन पर लॉन्च क दिहल गइल बाटे। खबर के मोताबिक एकरा के लैंग्रेंज प्वाइंट (एल1) तक ले पहुँचे में लगभग चार महिन्ना के टाइम लागी।

परिचय[संपादन करीं]

असल में आदित्य-एल1 एक किसिम के अंतरिक्ष में स्थित ऑब्जर्वेटरी होखी जे सूर्य के फोटोस्फियर, क्रोमोस्फीयर आ कोरोना के अवलोकन करे आ जानकारी इकट्ठा क के भेजे में सक्षम होई। एकरे अलावा, एगो उपकरण एल1 ऑर्बिट में पहुँचे वाला सौर ऊर्जावान कण सभ के प्रवाह के अध्ययन करी जबकि मैग्नेटोमीटर पेलोड एल1 के आसपास के प्रभामंडल कक्षा (हैलो ऑर्बिट) पर चुंबकीय क्षेत्र के ताकत में बदलाव के नापे वाला होखी। एह पेलोड सभ के पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से आवे वाला हस्तक्षेप के बाहर रखे के पड़े ला आ एही से ई मूल आदित्य मिशन के कांसेप्ट पर प्रस्तावित नियर-अर्थ के निचला कक्षा में उपयोगी ना हो सकत बा जेकरा कारन एह मिशन के अतना ऊँचाई ले भेजे के प्लान बाटे।

शनीचर, 2 सितंबर 2023 के एह मिशन के श्रीहरिकोटा में मौजूद सतीश धवन स्पेस सेंटर से लांच कइल गइल।[5] एकरा खातिर इसरो पीएसएलवी रॉकेट के इस्तेमाल कइले बाटे; एकरा चलते ऑर्बिट में पहुँचे में समय जरूर बेसी लागे ला बाकी खर्चा कम पड़े ला।

पेलोड[संपादन करीं]

TYPE Sl.No Payload Capability
Remote Sensing Payloads 1 Visible Emission Line Coronagraph

(VELC)

Corona/Imaging & Spectroscopy
2 Solar Ultraviolet Imaging Telescope (SUIT) Photosphere and Chromosphere Imaging- Narrow & Broadband
3 Solar Low Energy X-ray Spectrometer (SoLEXS) Soft X-ray spectrometer: Sun-as-a-star observation
4 High Energy L1 Orbiting X-ray Spectrometer(HEL1OS) Hard X-ray spectrometer: Sun-as-a-star observation
In-situ Payloads 5 Aditya Solar wind Particle Experiment(ASPEX) Solar wind/Particle Analyzer Protons & Heavier Ions with directions
6 Plasma Analyser Package For Aditya (PAPA) Solar wind/Particle Analyzer Electrons & Heavier Ions with directions
7 Advanced Tri-axial High Resolution Digital Magnetometers In-situ magnetic field (Bx, By and Bz).

Development of payloads installed in Aditya L1[संपादन करीं]

Instruments in Aditya L1
Instruments in Aditya L1

The science payloads of Aditya-L1 have been developed by different Indian laboratories in the country. All the payloads are developed with the close collaboration of various centres of ISRO.

Sl.No Payload Laboratories
1 Visible Emission Line Coronagraph

(VELC)

Indian Institute of Astrophysics, Bangalore
2 Solar Ultraviolet Imaging Telescope (SUIT) Inter University Centre for Astronomy & Astrophysics , Pune
3 Aditya Solar wind Particle Experiment(ASPEX) Physical Research Laboratory, Ahmedabad
4 Plasma Analyser Package For Aditya (PAPA) Space Physics Laboratory, Vikram Sarabhai Space Centre, Thiruvananthapuram
5 Solar Low Energy X-ray Spectrometer (SoLEXS)

High Energy L1 Orbiting X-ray Spectrometer(HEL1OS)

U R Rao Satellite Centre, Bangalore
6 Advanced Tri-axial High Resolution Digital Magnetometers Laboratory for Electro Optics Systems, Bangalore

लांच[संपादन करीं]

2 सितंबर 2023 के 11:50 घंटा (IST) पर ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण वाहन (PSLV-C57) स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSC) के दूसरा प्रक्षेपण पैड से आदित्य-एल 1 अंतरिक्ष यान के सफल प्रक्षेपण पूरा कइलस श्रीहरिकोटा में भइल।

लॉन्चिंग के सबेरे कई हजार व्यक्ति लॉन्चिंग स्थल से सटल व्यूइंग गैलरी में जुट के लिफ्टऑफ के गवाह बनल। एकरे साथ-साथ एकर लाइव प्रसारण राष्ट्रीय टेलीविजन पर भइल आ कमेंटेटर लोग एकरा के "उल्लेखनीय" लॉन्च के रूप में बतावल।

आदित्य-एल 1 अंतरिक्ष यान 63 मिनट 20 सेकंड के उड़ान अवधि के बाद 12:54 बजे (IST) पर पृथ्वी के चारों ओर अंडाकार कक्षा में सफल इंजेक्शन हासिल कइलस। एह कक्षा के आयाम 235x19500 किमी बा।

आदित्य-एल 1 अंतरिक्ष यान के लैग्रेंज बिंदु एल 1 के ओर स्थानांतरण कक्षा में रखे से पहिले चार गो पृथ्वी से जुड़ल कक्षा पैंतराबाजी के सिलसिला से गुजरे के बा। आदित्य-एल 1 एगो अंतरिक्ष मिशन हवे जे प्रक्षेपण के लगभग 127 दिन (करीबन चार महिन्ना) बाद एल1 प्वाइंट पर अपना निर्धारित कक्षा में पहुँचे के अनुमान लगावल गइल बा।

संदर्भ[संपादन करीं]

  1. 1.0 1.1 1.2 Somasundaram, Seetha; Megala, S. (25 August 2017). "Aditya-L1 mission" (PDF). Current Science. 113 (4): 610. Bibcode:2017CSci..113..610S. doi:10.18520/cs/v113/i04/610-612. Archived from the original (PDF) on 25 August 2017. Retrieved 25 August 2017.
  2. International Space Conference and Exhibition - DAY 3 (video). Confederation of Indian Industry. 15 September 2021. Event occurs at 2:07:36–2:08:38. Retrieved 18 September 2021 – via YouTube.
  3. "Moon mission done, ISRO aims for the Sun with Aditya-L1 launch on September 2". दि इंडियन एक्सप्रेस. 28 अगस्त 2023. Retrieved 28 अगस्त 2023.
  4. Sreekumar, P. (19 जून 2019). "Indian Space Science & Exploration : Global Perspective" (PDF). UNOOSA. p. 8. Retrieved 30 जून 2019.
  5. "आदित्य-एल1: सूर्य के अध्ययन के लिए मिशन लॉन्च, भारत को क्या होगा हासिल". BBC News हिंदी (हिंदी में). 2 सितंबर 2023.

बाहरी कड़ी[संपादन करीं]