अन्हबकुला
| अन्हरा बकुला | |
|---|---|
| In non-breeding plumage (Sri Lanka) | |
| Breeding plumage in (Kolkata, भारत) | |
| बैज्ञानिक वर्गीकरण | |
| किंगडम: | Animalia |
| फाइलम: | Chordata |
| क्लास: | Aves |
| ऑर्डर (Order): | Pelecaniformes |
| परिवार: | Ardeidae |
| जाति (Genus): | Ardeola |
| प्रजाति: | A. grayii |
| दूपद नाँव | |
| Ardeola grayii (Sykes, 1832) | |
| अउरी दूसर नाँव | |
|
Ardeola leucoptera | |
अन्हबकुला चाहे अन्हरा बकुला (हिंदी में अन्ध बक), (अंग्रेजी:Indian pond heron or paddybird) (Ardeola grayii) चिरइन की हेरन (heron) परिवार क सदस्य हवे। ई अक्सर धान की खेत में या गाँव-नगर की नागीचे पानी की स्रोत की आस पास लउकेला।[2]
नाँव
[संपादन करीं]मटमइला रंग क होखला की वजह से बहुत नागीचे गइले पर आदमी एके देख पावेला काहें से कि ई वातावरण में छुपल रह जाला। प्राकृतिक विकास की क्रम में एही से ई बहुत नजदीक गाइला पर भी उड़े ला ना काहें कि एके अपनी छुपल रहला क भरोसा होला। शायद एही वजह से एके अन्हरा बकुला, अन्ध बक, अन्ह बकुला नियर नाँव लोग ए गलतफहमी में दिहल कि एके लउकेला कम।
बिना हिलले खड़ा रहे वाला आ काहिरी समय में उड़ के भाड़े वाला ई चिरई के लोग ग़लतफ़हमी में आन्हर बुझे आ एही से एकर नाँव अइसन धारा गइल श्री लंका में भी ए के काना कोका कहल जाला।
भारतीय समाज में
[संपादन करीं]
बकुला की ध्यान लगा के बइठला से बगुला भगत कहावत चल पड़ल, जेवना का मतलब होला दुष्ट आदमी जेवन देखावटी रूप से संत नियर व्यवहार करत होखे। [3]

इहो देखल जाय
[संपादन करीं]संदर्भ
[संपादन करीं]- ↑ "Ardeola grayii". IUCN Red List of Threatened Species. Version 2013.2. International Union for Conservation of Nature. 2012. Retrieved 26 November 2013.
{{cite web}}: Invalid|ref=harv(help); Unknown parameter|authors=ignored (help) - ↑ सालिम अली, The Book of Indian Birds, 13th ed., Bombey Natural History Society (BNHS), Oxford Press. 2003 ISBN 9780195665239 ISBN 0195665236, (pp. 70)
- ↑ Pahwa, Munshi Thakardass (1919). The modern Hindustani scholar of the Pucca munshi. Baptist Mission Press, Calcutta.
| ई चिरई-संबंधित लेख एगो आधार बाटे। जानकारी जोड़ के एकरा के बढ़ावे में विकिपीडिया के मदद करीं। |