संकट मोचन
संकट मोचन हनुमान मंदिर | |
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![]() संकट मोचन हनुमान मंदिर | |
बनारस जिला के नक्शा पर लोकेशन | |
बेसिक जानकारी | |
लोकेशन | बनारस |
अक्षांस-देशांतर | निर्देशांक: 25°16′56″N 83°00′00″E / 25.2821062°N 82.9999769°E |
धर्म/मत | Hinduism |
देवता | हनुमान |
District | बनारस |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
देस | भारत |
Architectural description | |
आर्किटेक्चर प्रकार | हिंदू मंदिर |
पूरा भइल | 18वीं सदी |
संकट मोचन हनुमान मंदिर बनारस में, हनुमान के समर्पित एगो हिंदू मंदिर बा। मानल जाला कि एह अस्थान पे मंदिर के स्थापना गोस्वामी तुलसीदास द्वारा कइल गइल रहे। ई बनारस के सभसे परसिद्ध मंदिर सभ में से एक हवे।
इतिहास
[संपादन करीं]मानल जाला कि एह मंदिर के ठीक ओही जगहा पर बनावल गइल ह, जहँवा तुलसीदास जी के हनुमान जी के दर्शन भइल रहल।[1] संकट मोचन मंदिर के स्थापना तुलसीदास जी कइले रहलें, जे रामचरितमानस आ हनुमान चलीसा नियर रचना सभ के रचयिता रहलन। परंपरा के मुताबिक अइसन मानल जाला की, जे लोग ए मंदिर में रेगुलर जाला, ओके हनुमान जी के बिसेस कृपा मिलेला।
हर मंगल आ शनीचर के दिन हजारन लोग मंदिर के सामने कतार में लाग के हनुमान जी के दर्शन पूजन करेला। ज्योतिष के मान्यता के अनुसार, हनुमान जी शनिदेव के क्रोध से मनुष्य के बचावेलें। खास क के जे लोगन के कुंडली में शनि ग्रह के स्थिति खराब होखे, ऊ लोग ए मंदिर में ज्योतिषीय उपाय खातिर आवेला। कहल जाला कि ई शनि के शांत करे के सबले प्रभावी तरीका ह।
कुछ ज्योतिषी लोग मानेलन कि हनुमान जी के पूजा कइला से मंगल ग्रह आ ओहू सभे ग्रह के अशुभ प्रभाव कम हो जाला, जे आदमी के जिनगी पर बुरा असर डाल सकेला। ईहो मानल जाला कि तुलसीदास जी रामचरितमानस के अधिकांश दोहा-चौपाई एही मंदिर में बइठ के लिखले रहलें।[2]
संदर्भ
[संपादन करीं]- ↑ Callewaert, Winand M. (2000). Banaras: vision of a living ancient tradition. Hemkunt Press. p. 90. ISBN 81-7010-302-9.
- ↑ Karkar, S.C. (2009). The Top Ten Temple Towns of India. Kolkota: Mark Age Publication. p. 11. ISBN 978-81-87952-12-1.
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