आयनमंडल
Appearance
आयनोस्फियर (अंग्रेजी: ionosphere; /aɪˈɒnəˌsfɪər/[1][2]) चाहे आयनमंडल पृथिवी के ऊपरी वायुमंडल के आयोनाइज्ड पार्ट हवे (जेह में गैस के मॉलिक्यूल धन भा ऋण चार्ज के साथे आयन के रूप में पावल जालें), जेकर शुरुआत सतह से 48 किमी (30 मील) के ऊँचाई से 965 किमी (600 मील) के ऊँचाई ले होखे ला, एगो अइसन लेयर जेह में पूरा थर्मोस्फियर, मेसोस्फियर के कुछ हिस्सा आ एक्सोस्फियर के कुछ हिस्सा आवे ला। आयनोस्फियर सुरुज के रेडियेशन से आयोनाइज होखे ला। ई वायुमंडली बिजली में महत्व वाला भूमिका वाला चीज हवे आ पृथ्वी के चुंबकीय मंडल के अंदरूनी किनारा बनावे ला। ई रेडियो सिग्नल के प्रोपेगेशन में सहायक साबित होला जेकरा चलते एकर प्रेक्टिकल उपयोगिता बाटे।
इहो देखल जाय
[संपादन करीं]संदर्भ
[संपादन करीं]- ↑ Jones, Daniel (2003) [1917], Peter Roach; James Hartmann; Jane Setter (eds.), English Pronouncing Dictionary, Cambridge: Cambridge University Press, ISBN 978-3-12-539683-8
- ↑ "Ionosphere". मरियम-वेबस्टर डिक्शनरी.
बाहरी कड़ी
[संपादन करीं]विकिमीडिया कॉमंस पर संबंधित मीडिया Ionosphere पर मौजूद बा। |
- Gehred, Paul, and Norm Cohen, SWPC's Radio User's Page.
- Amsat-Italia project on Ionospheric propagation (ESA SWENET website)
- NZ4O Solar Space Weather & Geomagnetic Data Archive
- NZ4O 160 Meter (Medium Frequency)Radio Propagation Theory Notes Layman Level Explanations Of "Seemingly" Mysterious 160 Meter (MF/HF) Propagation Occurrences
- USGS Geomagnetism Program
- Encyclopædia Britannica, Ionosphere and magnetosphere
- Current Space Weather Conditions
- Current Solar X-Ray Flux
- Super Dual Auroral Radar Network
- European Incoherent Scatter radar system