हिंदी वर्णमाला

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हिंदी वर्णमाला हिंदी भाषा के लिखे खातिर इस्तेमाल होखे वाली वर्णमाला ह जे देवनागरी लिखाई के वर्ण (अच्छर) सभ से बनल हवे। मानक हिंदी वर्णमाला में 11 गो स्वर आ 35 (33+2) गो व्यंजन (कुल 46 अच्छर) बतावल गइल बाने। एह मानक अच्छर सभ के अलावा अउरियो चीन्हा निर्धारित बाड़ें जे हिंदी लिखे में कामे आवे लें।

वर्णमाला[संपादन करीं]

एहिजे केंद्रीय हिंदी निदेशालय दिल्ली द्वारा प्रकाशित देवनागरी लिपि तथा हिंदी वर्तनी का मानकीकरण (2019)[1] के हिसाब से हिंदी के मानक वर्णमाला दिहल जा रहल बाटे:

स्वर वर्ण[संपादन करीं]

हिंदी खातिर कुल 11 गो स्वर वर्ण निर्धारित कइल गइल बाड़ें:

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एकरे अलावा कहल गइल बा कि देवनागरी जे संस्कृत खातिर इस्तेमाल होखे ले, ओहिजे ॠ, ऌ, अउरी ॡ के भी स्वर में गिनल जाला; हालाँकि, हिंदी में इनहन के प्रयोग ना होखे के कारन इनहना के हिंदी के मानक वर्णमाला में अस्थान ना दिहल गइल बाटे।

व्यंजन वर्ण[संपादन करीं]

हिंदी खातिर कुल 35 (33+2) गो व्यंजन वर्ण स्वीकार कइल गइल बाड़ें। ई नीचे दिहल गइल बाड़ें:

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ड़, ढ़

अउरी अच्छर आ चीन्हा सभ[संपादन करीं]

संयुक्ताक्षर
में ऊपर दिहल गइल व्यंजन सभ के अलावा क्ष, त्र, ज्ञ, आ श्र सामिल बाड़ें।
अनुस्वार
भा अं के मात्रा (ं)
अनुनासिक
भा चंद्रबिंदी (ँ)
विसर्ग
(ः)
हल् चिन्ह

इनहन के अलावा अउरी आगत वर्ण के रूप में रखल गइल बाड़ें:

अवग्रह (ऽ), आ अर्द्धचंद्र (ॅ)
नुक्ता वाला अक्षर: क़, ख़, ग़, ज़, आ फ़

संदर्भ[संपादन करीं]

  1. देवनागरी लिपि तथा हिंदी वर्तनी का मानकीकरण (2019) केंद्रीय हिंदी निदेशालय. भारत सरकार. दिल्ली. 3.14.1, प. 4-5.