सागर माला प्रोजेक्ट

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सागर माला परियोजना भारत सरकार के एक ठो योजना बाटे जेवन भारत की बंदरगाह सभ के बिकास की नीयत से मोदी सरकार द्वारा सुरू कइल जात बा। एकरा के 25 मार्च 2015 के केन्द्रीय कैबिनेट के मंजूरी मिल गइल।[1] एकर मुख्य उदेश्य बन्दारगाह की ऊपर आधारित विकास के बढ़ावा दिहल आ बंदरगाहन के रोड आ रेल की जरिये अंदरूनी इलाका से जोड़ल बाटे।

एके नीला क्रान्ति की रूप में भी देखल जात बाटे।[2][3]

इतिहास[संपादन करीं]

एकर योजना अटल बिहारी वाजपेयी कि सरकार में (2004 में) बनल रहे बाकी यूपीए सरकार एके ऊपर बहुत धियान ना दिहलस।[4]

मुख्य कार्य[संपादन करीं]

जहाजरानी मंत्रालय एकर कांसेप्ट नोट में एकरा खातिर तीन ठो मुख्य कार्य बतवले बाटे[5]:

  1. बंदरगाह माडर्नाइजेशन
  2. अंदरूनी क्षेत्र से जुड़ाव मजबूत कइल
  3. समुन्द्र तटीय विकास

700 दीप सभ के बिकास के योजना[संपादन करीं]

भारत की क्षेत्र में कुल लगभग 1208 ठो दीप बाटें। ई सागर माला योजना इनहन में से 700 दीप सभ के बिकास कइले के प्लान बनावत बाटे जिनहन के प्रयोग पर्यटन आ बालीवुड खातिर भी कइल जा सकी।


इहो देखल जाय[संपादन करीं]

बाहरी कड़ी[संपादन करीं]


संदर्भ[संपादन करीं]

  1. "Cabinet gives 'in principle' nod to concept of Sagarmala project". इकोनोमिक टाइम्स. 27 मार्च 2015. Retrieved 4 जुलाई 2015.
  2. "Sagarmala: Concept and implementation towards Blue Revolution". http://pmindia.gov.in/. Retrieved 4 जुलाई 2015. {{cite web}}: External link in |website= (help)
  3. "Sagarmala: Concept and implementation towards Blue Revolution". प्रेस सूचना ब्यूरो, भारत सरकार. 25 मार्च 2015. Retrieved 4 जुलाई 2015.
  4. "बंदरगाहों को जोड़ने वाली सागर माला परियोजना पर ब्रेक". नवभारत टाइम्स. 15 सितंबर 2005. Retrieved 4 जुलाई 2015.
  5. "Concept Note on Sagar Mala Project" (PDF). Retrieved 4 जुलाई 2015.