जलभाप
जलभाप (water vapor) चाहे पानी के भाप, पानी के गैसीय अवस्था भा फेस़ हवे। जलमंडल में पानी के अवस्था सभ में से इहो एगो अवस्था हवे, बाकी दू गो अवस्था लिक्विड आ ठोस (बरफ) होखे लीं। जलभाप के उत्पत्ती लिक्विड फेस़ में मौजूद पानी के इवैपोरेशन चाहे उबाल से हो सके ला या फिर ठोस बरफ से सीधे सब्लिमेशन से हो सके ला। पानी के भाप पारदर्शी (ट्रांसपैरेंट) होखे ला, वायुमंडल के बाकी अधिकतर घटक गैसन के तरे इहो देखलाई ना पड़े ला। कुछ टिपिकल दसा सभ में जलभाप हमेशा इवैपोरेशन द्वारा बनत रहे ला आ कंडेंसे शन द्वारा वायुमंडल से हटत रहे ला। ई वायुमंडल के हवा के ज्यादातर घटक गैस सभ के तुलना में कम घनत्व वाली आ हल्लुक होखे ले आ कन्वेक्शन चालू कइ सके ले जेकरा चलते बादर बन सके लें।
पृथिवी के जलमंडल के हिस्सा (घटक) होखे के कारन आ जल चक्र के हिस्सा होखे के कारन, ई पृथिवी के वायुमंडल में मजिगर मात्रा में मौजूद रहे ले, जहाँ ई ग्रीनहाउस गैस के रूप में आ गरमी बढ़ावे वाला फीडबैक के रूप में काम करे ले, ई गैर-कंडेंसेशन वाली गैस जइसे कि कार्बनडाइऑक्साइड आ मीथेन के तुलना में ग्रीनहाउस प्रभाव में बेसी योगदान करे ले। पानी के एह भाप के इस्तेमाल स्टीम के रूप में कई तरह से होखे ला जइसे कि खाना पकावे में, आ एनर्जी उत्पादन आ ट्रांसपोर्ट सिस्टम सभ में एकर इस्तेमाल इंडस्ट्रियल रिवोल्यूशन के समय से होखत आ रहल बाटे।
संदर्भ
[संपादन करीं]स्रोत ग्रंथ
[संपादन करीं]- Lide, David (1992). CRC Handbook of Chemistry and Physics (73rd ed.). CRC Press.