गुलकंद
गुलकन्द के फायदे क्या हैं?...
अमृतम गुलकन्द खाने के बाद एक चम्मच लेवें। गुलकन्द पित्ताशय की गर्मी को शांतकर लिवर को क्रियाशील बनाता है और पेट साफ रखता है। जिन लोगों को आँतों की समस्या या एसिडिटी, गेस, जलन की शिकायत हो वे नियमित अमृतम'गुलकन्द का सेवन करें। यह जमे हुए मल को गलाकर पेट की सुप्त-कड़क नाड़ियों को मुलायम बनाता है। खुलकर भूख बढ़ाने की सर्वश्रेष्ठ ओषधि है।
अमृतम गुलकन्द रोज से निर्मित होता है। गुलकन्द रोज खाने से रोज-रोज के रोजा (भूख न लगना) आदि तकलीफों से राहत मिलती है। गुलकन्द पित्त नाशक होती है। दिमाग को शान्ति प्रदान करने में सहायक है।
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दूसर नाँव | rose petal jam |
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क्षेत्र | भारतीय उपमहादीप |
परोसे के ताप | दूध भा पानी |
मुख्य सामग्री | गुलाब के पंखुरी, चीनी |
गुलकंद एगो मीठ गाढ़ चटनी भा जैम नियर आइटम हवे जे गुलाब के पंखुरी के महक के बसा के चीनी के साथे बनावल जाला। ई भारतीय उपमहादीप, मने कि भारत, पाकिस्तान नियर देस सभ के ख़ास चीज हवे। एकर इस्तेमाल बिबिध पकवान सभ में, मीठा के आइटम सभ के बनावे में भा खुदे मीठा के आइटम के रूप में इस्तमाल होला। आयुर्वेदिक, यूनानी आ देसी जड़ी बूटी के रूप में भी एकर इस्तमाल होला आ ई ठंढा तासीर वाला मानल जाला।