देवनागरी
Appearance
देवनागरी | |
---|---|
प्रकार | |
भाषा | भोजपुरी, हिंदी, मराठी, मैथिली, नेपाली, नेवारी, कोंकणी, बोडो, सिंधी आ संस्कृत |
काल | सुरुआती चीन्हा: पहिली सदी ईस्वी,[1] आधुनिक रूप: 10वीं सदी ईसवी[2][3] |
परिवार | |
संतान | गुजराती मोड़ी |
बहिन सभ | गुरुमुखी, नंदनागरी, कैथी |
लिखे के दिशा | बायें-से-दहिने |
ISO 15924 | Deva, 315 |
युनिकोड नाँव | Devanagari |
U+0900–U+097F देवनागरी, U+A8E0–U+A8FF देवनागरी बिस्तारित, U+1CD0–U+1CFF वैदिक बिस्तार | |
देवनागरी, जेकरा के नागरी भी कहल जाला,[4] बाएँ से दहिने लिखल जाए वाली आबूगीडा (खंड-खंड में लिखल जाए वाली लिखाई के सिस्टम चाहे लिपि) ह,[5] जे ब्राह्मी लिखाई पर आधारित हवे,[1] आ भारतीय उपमहादीप में इस्तेमाल होखे ले। ई भारत आ नेपाल के ऑफिशियल लिपि हवे। एकर बिकास 7वीं सदी में भइल आ तबसे ई रेगुलर इस्तेमाल में बाटे।[4][6] देवनागरी लिखाई में कुल 47 गो प्राथमिक कैरेक्टर बाड़ें, जिनहन में 14 स्वर आ 33 व्यंजन बाड़ें, आ ई दुनिया के चउथा सभसे बेसी इस्तेमाल होखे वाली लिखाई हवे,[7] जेकर इस्तेमाल करीबन 120 से बेसी भाषा सभ के लिखे खातिर हो रहल बाटे।[8]
अच्छर
[संपादन करीं]स्वर
[संपादन करीं]स्वतंत्र रूप | रोमनाइजेशन | प के साथ मात्र के रूप में | स्वतंत्र रूप | रोमनाइजेशन | प के साथ मात्र के रूप में | ||
---|---|---|---|---|---|---|---|
कंठ्य (Guttural) |
अ | a | प | आ | ā | पा | |
तालव्य (Palatal) |
इ | i | पि | ई | ī | पी | |
ओष्ठ्य (Labial) |
उ | u | पु | ऊ | ū | पू | |
मूर्धन्य (Retroflex) |
ऋ | ṛ | पृ | ॠ | ṝ | पॄ | |
दन्त्य (Dental) |
ऌ | ḷ | पॢ | ॡ | ḹ | पॣ | |
कंठतालव्य (Palatoguttural) |
ए | e | पे | ऐ | ai | पै | |
कंठओष्ठ्य (Labioguttural) |
ओ | o | पो | औ | au | पौ | |
IAST | अं | aṃ | पं | अः | aḥ | पः | |
IAST | अॅ or एॅ | æ | पॅ | ऑ | ɒ or ɔ | पॉ |
व्यंजन
[संपादन करीं]sparśa (Plosive) |
anunāsika (Nasal) |
antastha (Approximant) |
ūṣma/saṃghaṣhrī (Fricative) | |||||||||||||
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
Voicing → | aghoṣa | ghoṣa | aghoṣa | ghoṣa | ||||||||||||
Aspiration → | alpaprāṇa | mahāprāṇa | alpaprāṇa | mahāprāṇa | alpaprāṇa | mahāprāṇa | ||||||||||
kaṇṭhya (Guttural) |
क | ka /k/ |
ख | kha /kʰ/ |
ग | ga /ɡ/ |
घ | gha /ɡʱ/ |
ङ | ṅa /ŋ/ |
ह | ha /ɦ/ | ||||
tālavya (Palatal) |
च | ca /c, t͡ʃ/ |
छ | cha /cʰ, t͡ʃʰ/ |
ज | ja /ɟ, d͡ʒ/ |
झ | jha /ɟʱ, d͡ʒʱ/ |
ञ | ña /ɲ/ |
य | ya /j/ |
श | śa /ɕ, ʃ/ |
||
mūrdhanya (Retroflex) |
ट | ṭa /ʈ/ |
ठ | ṭha /ʈʰ/ |
ड | ḍa /ɖ/ |
ढ | ḍha /ɖʱ/ |
ण | ṇa /ɳ/ |
र | ra /r/ |
ष | ṣa /ʂ/ | ||
dantya (Dental) |
त | ta /t̪/ |
थ | tha /t̪ʰ/ |
द | da /d̪/ |
ध | dha /d̪ʱ/ |
न | na /n/ |
ल | la /l/ |
स | sa /s/ | ||
oṣṭhya (Labial) |
प | pa /p/ |
फ | pha /ɸ/ |
ब | ba /b/ |
भ | bha /bʱ/ |
म | ma /m/ |
व | va /w, ʋ/ |
संदर्भ
[संपादन करीं]- ↑ 1.0 1.1 उद्धरण खराबी:Invalid
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- ↑ Isaac Taylor (1883), History of the Alphabet: Aryan Alphabets, Part 2, Kegan Paul, Trench & Co, p. 333, ISBN 978-0-7661-5847-4,
... In the Kutila this develops into a short horizontal bar, which, in the Devanagari, becomes a continuous horizontal line ... three cardinal inscriptions of this epoch, namely, the Kutila or Bareli inscription of 992, the Chalukya or Kistna inscription of 945, and a Kawi inscription of 919 ... the Kutila inscription is of great importance in Indian epigraphy, not only from its precise date, but from its offering a definite early form of the standard Indian alphabet, the Devanagari ...
- ↑ Salomon, Richard (1998). Indian epigraphy: a guide to the study of inscriptions in Sanskrit, Prakrit, and the other Indo-Aryan languages. South Asia research. Oxford: Oxford University Press. pp. 39–41. ISBN 978-0-19-509984-3.
- ↑ 4.0 4.1 Kuiper, Kathleen (2010). The Culture of India. New York: The Rosen Publishing Group. p. 83. ISBN 978-1615301492.
- ↑ उद्धरण खराबी:Invalid
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- ↑ उद्धरण खराबी:Invalid
<ref>
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- ↑ Templin, David. "Devanagari script". omniglot.com. Archived from the original on 1 April 2015. Retrieved 5 April 2015.
- ↑ Devanagari (Nagari), Script Features and Description, United States: SIL International, 2013, archived from the original on 2 July 2017
बाहरी कड़ी
[संपादन करीं]- पढ़ीं: देवनागरी लिपि तथा हिंदी वर्तनी का मानकीकरण, (डाउनलोड करीं Archived 2023-03-13 at the Wayback Machine), केंद्रीय हिंदी निदेशालय, उच्चतर शिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रकाशित (संस्करण 2019)
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