संघमित्ता

विकिपीडिया से

संघमित्ता ( संस्कृत मे संघमित्रा, भिक्कुनी के नांव अयापाली; 282 ईसा पूर्व – 203 ईसा पूर्व) सम्राट असोक (304 ईसा पूर्व – 232 ईसा पूर्व) आ उनकर पहिलकी मेहरारू देवी के सभसे बड़ धिआ रहली। ऊ अपना भाई महिंद के साथे मिल के बौद्ध भिक्खु लोग के बनली। बाद मे दुनो भाई-बहिन राजा देवनंपिय तिस्सा (250 ईसा पूर्व – 210 ईसा पूर्व), जे असोक के समकालीन रहलें, के निहोरा पऽ बुद्ध के सीख के पसारे ला श्रीलंका गइल लोग। असोक सुरू मे अपना बेटी के बिदेस मिसन पऽ भेजे से परहेज करत रहलें। बाकिर संगमित्रा के हठ के चलते बादि मे ऊ मान गइलें। राजा तिस्सा के निहोरा पऽ कय गो अउरी भिक्खुनी लोग के साथे उनका के भिक्खुनी सभ के एगो बौद्ध साखा चालू करे बदे श्रीलंका भेजल गइल, जेहसे रानी अनुला आ अनुराधापुरा मे तिस्सा के दरबार के अउरी सभ मेहरारू लोग के, महिंद से बौद्ध धरम के दिक्षा देके भिक्खुनी बनावल जा सके।