जीव भूगोल में, कौनों प्रजाति के मूल निवासी (Indigenous) के रूप में परिभाषित कइल जाला, जब ऊ कौनों इलाका (प्रदेश) भा इकोसिस्टम के प्राकृतिक रूप से हिस्सा होखे, बिना मनुष्य के हस्तक्षेप के उहाँ पावल जात होखे।[1]अंग्रेजी में बैज्ञानिक भाषा में एकरा के "इंडीजीनस" (indigenous) आ आम भाषा में "नेटिव" (native) कहल जाला। सगरी प्राकृतिक जीवधारी सभ (अगर ऊ पालतू या मनुष्य द्वारा अपनावल ना गइल होखें, या पौधा सभ जिनके मनुष्य खेती न करत होखे) आमतौर पर कौनों खास इलाकाई बिस्तार क्षेत्र वाला होलें - उहे इलाका उनहन के मूल इलाका कहाला। एह मूल इलाका से बाहर अगर ऊ जीवधारी मनुष्य द्वारा कौनों तरीका से ले जाइल गइल होखें, तब ओह बाहरी इलाका में ऊ मनुष्य द्वारा बिस्तारित "इंट्रोड्यूस्ड स्पीशीज" (introduced species) कहालें।
कौनों मूल निवासी प्रजाति जरूरी तौर पर "मूलोत्पत्ति स्थानी" या (endemic) होखे इहो जरूरी नइखे। जीव बिज्ञान आ इकोलॉजी में, कौनों इलाका में एंडेमिक ओह जीवधारी सभ के कहल जाला जिनहन के उत्पत्ति भा उद्भव (इवोल्यूशन) भी ओही इलाका में भइल होखे।