पूर्णिमा (फिलिम)
Appearance
पूर्णिमा | |
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डाइरेक्टर | नरेन्द्र सूरी |
कलाकार | धर्मेन्द्र, मीना कुमारी, महमूद |
संगीतकार | कल्याणजी-आनंदजी |
रिलीज के तारीख | 1965 |
देस | भारत |
भाषा | हिंदी |
पूर्णिमा 1965 के हिंदी भाषा के फिलिम ह। फिलिम में धर्मेन्द्र, मीना कुमारी अउरी महमूद मुख्य कलाकार रहलें। एकर निर्देशन नरेन्द्र सूरी कइले रहलें आ ई का संगीत कल्याणजी-आनंदजी ने दिअल रहल।
मुख्य कलाकार
[संपादन करीं]- धर्मेन्द्र — प्रकाश
- मीना कुमारी — पूर्णिमा
- महमूद — चिमानभाई 'कफ़नवाला' सूरतवाला
- अनीता गुहा — वंदना महरा
- नासिर हुसैन — रतन लाल
- दुर्गा खोटे — शारदा लाल
संगीत
[संपादन करीं]पूरा संगीत कल्याणजी-आनंदजी दुआरा दिहल गइल।
नं. | गाना के बोल | गीतकार | गायक | समय |
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1. | "अजब खेल किस्मत का देखों" | भरत व्यास | मोहम्मद रफी | 3:27 |
2. | "गोरी नैन तुम्हारे क्या कहने" | भरत व्यास | मुकेश | 3:06 |
3. | "हमसफ़र मेरे हमसफ़र" | गुलज़ार | मुकेश, लता मंगेशकर | 4:07 |
4. | "लोरी सुना सुना के" | गुलशन बावरा | महमूद | 3:20 |
5. | "ओ इस देश के रहनेवालों" | भरत व्यास | लता मंगेशकर | 3:06 |
6. | "फूफाजी ज़रा सच सच कहो" | प्रकाश मेहरा | कृष्णा काल्ले, कमल बरोट, महमूद | 3:37 |
7. | "राधा तोरे कान्हा ने मुरली बजाई" | भरत व्यास | सुमन कल्याणपुर | 3:38 |
8. | "तुम्हें ज़िन्दगी के उजाले मुबारक" | गुलज़ार | मुकेश | 4:02 |
बाहरी कड़ियाँ
[संपादन करीं]- पूर्णिमा - इंटरनेट मूवी डेटाबेस पर।
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