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कूलर

विकिपीडिया से
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में एगो देसी भारतीय इस्टाइल के कूलर।

कूलर एगो अइसन मशीन हवे जे पानी के इस्तेमाल से हवा के ठंढा करे खातिर इस्तमाल होला। एह यंत्र में आमतौर पर खस के परदा नियर लागल होला जेपर पानी के बहाव होला आ एह परदा से गरम सूखल हवा हो के गुजरे ले आ पानी के बास्पीकरण (इवैपोरेशन) होला, एह प्रकृया में पानी के सूखे भा भाप में बदले के दौरान हवा के गरमी के इस्तेमाल हो जाला आ हवा ठंढा हो जाले जेकरा के एक्जास्ट चाहे कूलर पंखा आगे फेंके ला आ कमरा के ठंढा करे ला।

ई तरीका आम एसी से एकदम अलग होला आ सूखा इलाका सभ में बेहतर काम करे ला जहाँ हवा में गरमी होखे बाकी नमी न होखे। एही कारन एकरा के बास्पीकरण कूलर (इवैपोरेशन कूलर) चाहे डेज़र्ट कूलर कहल जाला। हवा में नमी होखे पर ऊ ओतना तेजी से पानी के ना सुखावे ले आ बास्पीकरण के तेजी कम हो जाला जेकरा चलते ई कूलर बहुत बढ़ियाँ से ना काम करे लें।