एल नीनो-सदर्न ऑसलेशन

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एल नीनो-सदर्न ऑसलेशन[1] (southern oscillation: lit.'दक्खिनी दोलन') (ENSO) उष्णकटिबंधीय पूरबी प्रशांत महासागर के ऊपर हवा आ समुंद्र के सतह के तापमान में अनियमित समय-समय पर बदलाव हवे जेवना से बहुत सारा उष्णकटिबंधीय आ उपोष्णकटिबंधीय इलाका सभ के जलवायु पर परभाव पड़े ला। समुंद्र के तापमान के गरम होखे के चरण के एल नीनो आ ठंडा होखे के चरण के ला नीना के नाँव से जानल जाला। दक्खिनी दोलन एकरे साथ आवे वाला वायुमंडलीय घटक हवे, एकरे साथ समुंद्र के तापमान में बदलाव भी होला: एल नीनो के साथ उष्णकटिबंधीय पच्छिमी प्रशांत में हवा के सतह के दबाव बेसी होला आ ला नीना में हवा के सतह के दबाव कम हो जाला। ई दुनों पीरियड कई महीना के होखे लें आ आमतौर पर हर कुछ साल पर होला आ हर पीरियड के तेजी भाषा मजबूती अलग-अलग होला।

संदर्भ[संपादन करीं]

  1. "Definition of OSCILLATION". www.merriam-webster.com (अंग्रेजी में). 13 नवंबर 2023.