अनाड़ी

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अनाड़ी
डाइरेक्टरके मुरलीमोहन राव
प्रोड्यूसरडी रामानायडू
कलाकारदग्गुबती वेंकटेश,
करिश्मा कपूर,
राखी गुलज़ार,
सुरेश ओबेरॉय,
जॉनी लीवर,
लक्ष्मीकांत बेर्डे,
गुलशन ग्रोवर
संगीतकारआनंद-मिलिंद
रिलीज के तारीख
1993
देसभारत
भाषाहिंदी

अनाड़ी साल 1993 में आइल एगो हिंदी-भाषा के फिलिम रहल। एह फिलिम के कहानी दक्खिन भारत के फिलिम प आधारित रहल आ एकरे पहिले एप्पर तमिल आ तेलुगु में फिलिम बन चुकल रहल।

एह फिलिम में मुख्य भूमिका में वेंकटेश आ करिश्मा कपूर रहल लोग।

कथा[संपादन करीं]

खिसा जमींदारी के दुनिया मे एगो लइकी, राज नंदिनी के जनम से शुरू होला। जमींदारन के हर शब्द गाँव के लोगन लागी कानून बा। तीन भाई नंदिनी के आपन लइकी लेखा पोसलें काहे कि ऊ लोग के माइ-बाबू के मृत्यु हो गइल रहे। 5 साल के उमिर मे, एगो ज्योतिषी भविष्यवाणी करेला के नंदिनी कुल मे बहुते खुशी आनी। बाकिर ओकर बियाह ओकर पसन से होई, ना कि ओकर बड़ भाइलोग के पसन से। अईसन होखे से रोके ला, ओकरा घर के सीमा के भीतर धइल गइल। ओकर पढ़ाई घरे प कराईल गइल आ जब उ बहरा जाले, तऽ सभ मरद लोग मे नंदिनी से लुकावे के चेतावनी दे दिहल जात रहे।

राज नंदिनी (करिश्मा कपूर) युवावस्था ले पहुंच गइली। ओकर आस-पास के कुछ पुरुष, सेवा कर्मचारी आ ओकर अंगरक्षक लोग बा। एह बीचे एगो लईका सीधा-सीधा हाली बातन मे आवे वाला, रामा (वेंकटेश) गाँव मे गीत गाकर समय बितावत रहे। ऊ कबो बिद्यालय ना गइल रहे। ओकरा ओकर बिधवा माइ सावित्री (राखी गुलज़ार) पोसले रही। एक दिन अंगरक्षक रामा से लड़ाई कइल लोग आ ऊ ओकनी के मार देला। रामा के भोलपन आ युद्ध कौशल से प्रभावित, नंदिनी के भाई रामा के नंदिनी के अंगरक्षक आ बावरची के रूप मे धऽ लेल लोग। एह बीच, नंदिनी, स्वतंत्रता मे कमी से नाराज भइल चालू कर देलस। ऊ रामा के आपन भाइयन के ज्ञान के बिना गाँव घुमावे के कहलस। रामा ओकर बात मान के ओकरा गाँवे घूमावे ले गइल, जेकरा चलते नंदिनी बेमार पड़ गइल। नंदिनी के बेमार होवे ला रामा को दोसी बता के ओकर भाई लोग ओकरा मारे लागल। नंदिनी, जे अब रामा के पसन कइल चालू कर दिहले रहे, ओकरा एह बात के खराब लागल। नंदिनी के पता लागल के ओकरा रामा से प्यार हो गइल बा।

एक दिन, एगो कर्मचारी नंदिनी के भाइयन के नाया कारखाना के उद्घाटन प मारे के षड्यंत्र कइलस। रामा साज़िश के सुनि लिहलस, आ नंदिनी के बचावे के एगो हताश प्रयास मे, ओकरा सार्वजनिक रूप से छूवलस। ओकर भाई लोग खिसिया गइल। ऊ लोग ओकरा मार के मरे मरे कई दिहलस। जब रामा ओके बतवलस तऽ ओकर भाई लोग के लाज लागल। रामा नौकरी छोड़ देलस। एक रात नांदिनी रामा से मिलल आ रामा के आपन गर्दन के चारो पटी मंगलसूत्र बान्हे के कहलस जे ओकरा ओकर भाइयन से बचाई। रामा, एह प्रक्रिया के पवित्रता के बे जाने, जईसन कहल गइल कई दिहलस। ऊ इ ना जानत रहे जे अब ऊ बियाहल बा। ऊ काम प लौट जाता आ नंदिनी के जिनगी बचावे ला भाइ लोग ओकर सम्मान कइलस। नंदिनी आपन मरद के देख भाल करे मे आपन भउजाई लोग के नकल कइल चालू कई दिहलस। नंदिनी के पता लागल जे ओकर भाई ओकर बियाह करावे के सोचत बा लोग। ऊ रामा के बतवलस की ओकर बियाह हो गइल बा। राम बुझे से मना कर देलस आ आपन माइ लगे चलि गइल। भाइयन के पता लागल त उ लोग रामा के माई के अपमानित करे के प्रयास कइलस जेसे उ बतावस कि ओकर बेटा केने लुकाइल बा। ओकर बेटा ओहिजा आ के आपन माई के बचवलस आ ऊ लोग के मुआ दिहलस। रामा आपन मेहरारू के बचावे ला दउगल आ गाना गा के ओकरा फेर से जिया दिहलस।

मुख्य कलाकार[संपादन करीं]

संगीत[संपादन करीं]

संगीत आनंद-मिलिंद द्वारा दिया गया है और बोल समीर के हैं।

नं.गाना के बोलगायकसमय
1."फूलों सा चेहर तेरा"उदित नारायण6:49
2."क्या मौसम आया है"उदित नारायण, साधना सरगम6:21
3."बम अकर बम के"उदित नारायण5:14
4."छोटा सी प्यारी सी" (I)उदित नारायण4:35
5."जाने जा" (I)साधना सरगम5:03
6."रोना चाहे रो ना पाए"उदित नारायण5:34
7."छोटा सी प्यारी सी" (II)अलका याज्ञिक4:43
8."जाने जा" (II)उदित नारायण4:56
9."प्यार में दिल दे दीया"कुमार सानु, अलका याज्ञिक5:49
कुल समय:49:04

संदर्भ[संपादन करीं]

बाहरी कड़ी[संपादन करीं]