रैनसमवेयर

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रैनसमवेयर (ransomware) या फिरौती सॉफ्टवेयर एक तरह के बुरा सॉफ्टवेयर हवे। ई कंप्यूटर में घुस के सहेजल आँकड़ा तक ले पहुँच के रोक देला आ कंप्यूटर के इस्तमाल करे वाला ब्यक्ति के सोझा मैसेज लउकेला जवना में ई माँग कइल जाला कि ऊ फिरौती दे एकरे बाद ई रोक हटावल जाई। अंग्रेजी भाषा में "रैनसम" के मतलब होला "फिरौती के रकम", एही से अइसन बुरासॉफ्टवेयर सभ के ई नाँव दिहल गइल बा।

कुछ रैनसमवेयर कंप्यूटर के डेटा ले पहुँच के एह तरीका से रोके लें कि केहू जानकार ब्यक्ति एकर तोड़ निकाल के समस्या ठीक क सके ला। हालाँकि, एडवांस लेवल के रैनसमवेयर सभ जवना फाइल पर हमला करे लें उनहन के एनक्रिप्ट क देलें, मने कि कोड भाषा में बदल देला, आ ई धमकी दिहल जाले की फ़ाइल बरबाद क दिहल जाई अगर निश्चित समय के भीतर फिरौती के रकम न दिहल जाय।[1] अइसन रैनसमवेयर सब से निपटे में मुश्किल होला। कुछ बहुत घातक रैनसमवेयर कंप्यूटर के मास्टर फाइल टेबल के भी या फिर पुरा हार्ड ड्राइव के भी एनक्रिप्ट क सके लें। आमतौर पर ई ट्रोजन के द्वारा भेजल जालें।

सुरुआती दौर में अइसन हमला रूस में बहुत चलन में अइलें, बाकी समय के साथ अइसन हमला पुरा दुनिया के स्तर पर तेजी से बढ़ल;[2][3][4][5] जून 2013 में कंप्यूटर सुरक्षा सॉफ्टवेयर उपलब्ध करावे वाली कंपनी "मैकअफी" कुछ आँकड़ा जारी कइलस, कि ई साल 2013 के पहिला तिमाही में 250,000 ठो रैनसमवेयर के नमूना एकट्ठा कइलस, ई संख्या साल 2012 के पहिला तिमाही के तुलना में दुगुन्ना से भी ज्यादा रहल।[6] एनक्रिप्शन-आधारित रैनसमवेयर के बड़ा पैमाना पर हमला सभ में बढ़ती भइल आ "क्रिप्टोलॉकर" आ "क्रिप्टोबाल" नियर रैनसमवेयर सभ के हमला देखे में आइल। "क्रिप्टोलॉकर" हमला में, जबले अधिकारी लोग एकरा के रोके में सफल हो पावें, लगभग 30 लाख अमेरिकी डालर के रकम के उगाही कइल गइल,[7] आ ऍफ़बीआई के अनुमान अनुसार, "क्रिप्टोबाल" हमला में जून 2015 ले 180 लाख अमेरिकी डालर के उगाही कइल गइल।[8]

हाल में, मई 2017 में वानाक्राई (WannaCry) हमला से दुनिया भर के सरकार चिंतित हो गइल बाड़ी।[9] ई हमला 12 मई के चालू भइल आ माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम वाला कंप्यूटर सभ के आपन निशाना बनवलस। एकरा चलते दुनिया के 150 से ढेर देसन के कंप्यूटर परभावित होखे के अनुमान बाटे।

इतिहास[संपादन करीं]

एनक्रिप्टिंग रैनसमवेयर[संपादन करीं]

फिरौती उगाही खातिर पहिला बुरासॉफ्टवेयर हमला "एड्स ट्रोजन" रहल जेकरा के जोसफ पॉप नाँव के एक ठो ब्यक्ति 1989 में बनवले रहलें। पॉप के गिरफ्तार कइल गइल टेम्पलेट उनके मानसिक स्थिति ठीक ना रहे बाक़ी ऊ ई कहें कि एह उगाही के रकम के ऊ एड्स खातिर दान करे वाला रहलें। ई ट्रोजन, कंप्यूटर के फाइल सभ के हार्ड ड्राइव में छिपा दे आ उनहन के नाँव के कोडभाषा में एनक्रिप्ट क दे आ दोबारा फाइल तक पहुँच खातिर 189 अमेरिकी डालर के रकम "पीसी साइबोर्ग कारपोरेशन" के दे के रिपेयर के औजार हासिल करे के कहल जाय।[10]

एकरा बाद 1996 में एडम एल॰ यंग आ मोती यंग नाँव के दू गो ब्यक्ति पहिली बेर दूसरा तरह के ट्रोजन बनवलें, पुरनका में ई कमी रहे कि ओह में कोड भाषा से आम पहुँच वाली स्थिति में ले आवे खातिर जवना एनक्रिप्शन कुंजी के जरूरत होखे ऊ मूल ट्रोजन में पावल जा सकत रहल। यंग बंधू के बनावल ट्रोजन में ई ब्यवस्था क दिहल गइल कि डिक्रिप्शन कुंजी के ट्रोजन बनावे वाला अपना लगे प्राइवेट रख ले, आ ट्रोजन के साथ खाली एनक्रिप्शन करे वाला कोड जाय। मतलब ई कि ट्रोजन में खाली एतने कोड रहल की ऊ फाइल सभ के अंटशंट भाषा में बदल दे आ एह स्थिति से वापस ले आवे खातिर जरूरी चाभी ट्रोजन बनावे वाला अपनहीं लगे रख ले। एकरा के पहिला पब्लिक चाभी क्रिप्टोग्राफी कहल गइल। ऊ लोग एह काम के "क्रिप्टोवाइरल फिरौती" कहल।

साल 2005 में एनक्रिप्शन ट्रोजन द्वारा फिरौती के घटना प्रमुख रूप से सामने आइल।[11] एकरा बाद 2009 तक ले कई ठो अइसन ट्रोजन अइलेन।

साल 2013 के अंत में बड़ा हमला भइल "क्रिप्टोलॉकर" के रूप में जवन डिजिटल करेंसी बिटक्वाइन में फिरौती के रकम उगाही करे सुरू कइलस। रपट के मोताबिक एह हमला में कम से कम 270 लाख अमेरिकी डालर के रकम के उगाही कइल गइल।[12]

कंप्यूटर सुरक्षा के क्षेत्र में अगुआ कंपनी सीमेंटेक द्वारा रैनसमवेयर के सभसे बड़ खतरा के रूप में बतावल गइल बा।[13]

संदर्भ[संपादन करीं]

  1. "क्या है 'फ़िरौती वायरस', जो करता है पैसे की उगाही - BBC हिंदी". Bbc.com. 1970-01-01. Retrieved 2017-05-16.
  2. Dunn, John E. "Ransom Trojans spreading beyond Russian heartland". TechWorld. Archived from the original on 2014-07-02. Retrieved 10 मार्च 2012.
  3. "Police warn of extortion messages sent in their name". Helsingin Sanomat. Retrieved 9 मार्च 2012.
  4. "New Internet scam: Ransomware..." FBI. 9 अगस्त 2012.
  5. "Citadel malware continues to deliver Reveton ransomware..." Internet Crime Complaint Center (IC3). 30 नवंबर 2012.
  6. "Update: McAfee: Cyber criminals using Android malware and ransomware the most". InfoWorld. Retrieved 16 September 2013.
  7. "Cryptolocker victims to get files back for free". BBC News. 6 August 2014. Retrieved 18 August 2014.
  8. "FBI says crypto ransomware has raked in >$18 million for cybercriminals". Ars Technica. Retrieved 25 जून 2015.
  9. "रैनसमवेयर सरकारों के लिए चेतावनी है: माइक्रोसॉफ्ट - BBC हिंदी". Bbc.com. 1970-01-01. Retrieved 2017-05-16.
  10. Kassner, Michael. "Ransomware: Extortion via the Internet". TechRepublic. Retrieved 10 मार्च 2012.
  11. Schaibly, Susan (26 September 2005). "Files for ransom". Network World. Retrieved 17 April 2009.
  12. Violet Blue (22 December 2013). "CryptoLocker's crimewave: A trail of millions in laundered Bitcoin". ZDNet. Retrieved 23 December 2013.
  13. "Symantec classifies ransomware as the most dangerous cyber threat – Tech2" (अंग्रेजी में). 2016-09-22. Archived from the original on 2017-04-25. Retrieved 2016-09-22.