महुआ मोइत्रा
महुआ मोइत्रा | |
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सांसद, लोकसभा | |
पद पर मौजूद | |
पदभार लिहल गइल 23 मई 2019 | |
इनसे पहिले | तापस पॉल |
सीट | कृष्णानगर लोकसभा सीट |
पच्छिम बंगाल बिधान सभा | |
कार्यकाल 2016 – 23 मई 2019 | |
इनसे पहिले | समरेन्द्र घोष |
सीट | करीमपुर बिधान सभा सीट |
निजी जानकारी | |
जनम | 5 मई 1975 |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
राजनीतिक पार्टी | आल इंडिया तृणमूल कांग्रेस |
अकुपेशन | राजनीतिक नेता |
महुआ मोइत्रा (जनम: 12 अक्टूबर 1974) एगो भारतीय राजनीतिक नेता बाड़ी जे भारतीय संसद के सत्रहवीं लोकसभा में पच्छिम बंगाल के कृष्णानगर लोकसभा सीट से जीत के पहुँचल बाड़ी। मोइत्रा आल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के नेता के रूप में 2019 के जनरल इलेक्शन में चुनाव लड़ली आ एह सीट पर जीत हासिल कइली।
मोइत्रा 2016 से 2019 ले करीमपुर सीट से पश्चिम बंगाल विधान सभा के बिधायक रहली आ पिछला कुछ साल से एआईटीसी के महासचिव आ राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में काम क रहल बाड़ी। राजनीति में आवे से पहिले मोइत्रा इन्वेस्टमेंट बैंकर रहली।
सुरुआती जिनगी
[संपादन करीं]मोइत्रा के जनम द्विपेंद्र लाल मोइत्रा के घरे 12 अक्टूबर 1974 के असम के कछार जिला के लबक में भइल रहे। ऊ बंगाली हिंदू ब्राह्मण परिवार के हई आ इनके एगो बहिनो बाड़ी।
मोइत्रा कोलकाता के गोखले मेमोरियल गर्ल्स स्कूल में पढाई कईली। ऊ 1998 में अमेरिका के मैसाचुसेट्स के माउंट होल्योक कॉलेज साउथ हैडली से अर्थशास्त्र आ गणित में ग्रेजुएशन कइली।
मोइत्रा न्यूयॉर्क शहर आ लंदन में जेपी मॉर्गन चेस खातिर निवेश बैंकर के रूप में काम कइले रहली।
राजनीति में
[संपादन करीं]भारतीय राजनीति में आवे खातिर ऊ 2009 में लंदन के जेपी मॉर्गन चेस में उपाध्यक्ष के पद छोड़ दिहली। एकरे बाद ऊ भारतीय नेशनल कांग्रेस के युवा विंग, भारतीय युवा कांग्रेस, में शामिल भइली जहाँ ऊ "आम अदमी का सिपाही" प्रोजेक्ट में राहुल गांधी के भरोसेमंद सहजोगी लोगन में से एक रहली। साल 2010 में ऊ अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस में सामिल भ गइली। 2016 में भइल विधान सभा के चुनाव में पश्चिम बंगाल के नदिया जिला के करीमपुर क्षेत्र से बिधायक चुनल गइली। एकरा बाद 2019 में इनके पश्चिम बंगाल के कृष्णनगर से 17वीं लोकसभा खातिर सांसद चुनल गइल बा।
13 नवंबर 2021 के इनके टीएमसी पार्टी के गोवा प्रभारी नियुक्त कइल गइल आ पार्टी के 2022 के गोवा विधान सभा चुनाव लड़े खातिर तइयार कइल गइल।
बिबाद
[संपादन करीं]मोकदमा
[संपादन करीं]10 जनवरी 2017 के मोइत्रा [[भारतीय जनता पार्टी] के सांसद आ केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के खिलाफ एगो नेशनल टेलीविजन डिबेट के दौरान कहुआ तरीका से "उनकर शालीनता के अपमान" करे के आरोप में पुलिस में शिकाइत दर्ज करवली। बाद में कलकत्ता हाईकोर्ट द्वारा ई शिकायत खारिज कर दिहल गइल। कुछ दिन बाद बाबुल सुप्रियो मोइत्रा आ टीएमसी के सांसद सौगाता रॉय आ तपस पॉल के कानूनी नोटिस भेजलें कि ऊ लोग रोज वैली पोन्जी फर्म घोटाला में शामिल होखे के आरोप लगा के उनकर बदनामी कइले बाड़ी।
जनवरी 2020 में ज़ी मीडिया मोइत्रा के खिलाफ मानहानि के मुकदमा दायर कइलस कि ऊ रिपोर्टरन के संबोधित करत चैनल के खिलाफ अपमानजनक बयान दिहले लउकली। इनके जमानत मिल गइल आ दिल्ली कोर्ट में इनका प मुकदमा चलावल गइल। बाद में ऊ ई केस जीत गइली आ उनके खिलाफ लगावल आरोप खारिज हो गइल।
सवाल खातिर कैश मामिला
[संपादन करीं]14 अक्टूबर 2023 के सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता जय अनंत देहदराई एफआईआर के संगे सीबीआई के शिकायत भेजले, जवना में मोइत्रा प भ्रष्टाचार अउरी मनी लांड्रिंग के आरोप लगावल गईल। एकर प्रति लोकसभा के अध्यक्ष के भी सौंपल गईल जवन मामला के संसद के नैतिकता समिति (एथिक्स कमेटी) के भेज दिहलें। देहदराई के आरोप ई रहल कि मोइत्रा के अदानी ग्रुप के एगो प्रतिद्वंद्वी समूह के प्रमुख दर्शन हीरानंदनी से पइसा आ एहसान मिलल रहे ताकि ऊ अदानी के निशाना बना के संसदीय सवाल पूछ सके। 19 अक्टूबर 2023 के हीरानंदनी खुदे अनुमोदक बन गइलें आ एगो हलफनामा में दावा कइलन कि मोइत्रा के वाकई फेवर मिलल बा, आ भारत के संसद के वेबसाइट पर उनके खाता तक पहुँच उनुका के दिहल गइल ताकि ऊ सीधे उनके ओर से सवाल पोस्ट कर सकस।
मोइत्रा एह आरोप सभ के इनकार कइली, आ कहली कि ऊ सीबीआई आ संसदीय नैतिकता समिति के कौनहूँ किसिम के जांच के स्वागत करिहें।
बाद में अक्टूबर में मोइत्रा खुदे मान लिहली कि ऊ वाकई में हीरानंदनी के आपन संसदीय लॉगिन क्रेडेंशियल "सवाल टाइपिंग खातिर" देले रहली, आ दुपट्टा, लिपस्टिक इत्यादि चीज उनके गिफ्ट में मिलल, बाकी निजी दोस्त के रूप में ऊ ई गिफ्ट स्वीकार कइली।
अंत में 9 नवंबर 2023 के संसदीय नैतिकता पैनल इनके लोकसभा से बर्खास्त करे के सिफारिश कइलस।
निजी जिनगी
[संपादन करीं]मोइत्रा के बियाह डेनमार्क के फाइनेंसर लार्स ब्रॉर्सन से भइल आ बाद में इनके तलाक हो गइल। उनुकर करीब तीन साल तक एडवोकेट जय अनंत देहदराई से रिश्ता रहे, ओकरा बाद दुनो लोग के बीच संबंध टूट गईल।
संदर्भ
[संपादन करीं]ई लेख भारत की केहू नेता की बारे में एगो आधार बाटे। जानकारी जोड़ के एकरा के बढ़ावे में विकिपीडिया के मदद करीं। |