लिखाई: रिवीजन सभ के बीचा में अंतर

विकिपीडिया से
Content deleted Content added
नया लेख
 
+ टेम्पलेट
लाइन 1: लाइन 1:
{{Writing systems worldwide}}
'''लिखाई''' या '''लिपि''' ({{Lang-en|[[:en:Writing system|Writing system]]}}) कौनों भी अइसन तरीका ह जेवना द्वारा बोलल जा सके वाला चीज के देखल जा सके लायक रूप में जाहिर कइल जाला। [[भाषा]] के बोलल जाए वाला रूप आ लिखल जाए वाला रूप में से लिखाई के इस्तमाल से लिखल रूप के फायदा ई होला की एह तरह से कौनों बात के सहेज के रखल भी जा सके ला आ एक जगह से दुसरा जगह भेजल जा सके ला।
'''लिखाई''' या '''लिपि''' ({{Lang-en|[[:en:Writing system|Writing system]]}}) कौनों भी अइसन तरीका ह जेवना द्वारा बोलल जा सके वाला चीज के देखल जा सके लायक रूप में जाहिर कइल जाला। [[भाषा]] के बोलल जाए वाला रूप आ लिखल जाए वाला रूप में से लिखाई के इस्तमाल से लिखल रूप के फायदा ई होला की एह तरह से कौनों बात के सहेज के रखल भी जा सके ला आ एक जगह से दुसरा जगह भेजल जा सके ला।


दुनिया में कई तरह के लिखाई के सिस्टम मौजूद बाड़ें। कुछ [[अल्फाबेट]] आ अच्छर के इस्तमाल से जबकि कुछ चित्र के इस्तमाल से भाषा के लिखे के काम आवे लें। [[लैटिन लिखाई]] अल्फाबेट सिस्टम आधारित हवे, जबकि भारत में चलन में ज्यादातर लिखाई सब [[आबूगीडा]] प्रकार के सिस्टम हवें जिनहन में स्वर आ व्यंजन के एक साथ मिला के लिखल जाला।
दुनिया में कई तरह के लिखाई के सिस्टम मौजूद बाड़ें। कुछ [[अल्फाबेट]] आ अच्छर के इस्तमाल से जबकि कुछ चित्र के इस्तमाल से भाषा के लिखे के काम आवे लें। [[लैटिन लिखाई]] अल्फाबेट सिस्टम आधारित हवे, जबकि भारत में चलन में ज्यादातर लिखाई सब [[आबूगीडा]] प्रकार के सिस्टम हवें जिनहन में स्वर आ व्यंजन के एक साथ मिला के लिखल जाला।

{{clear}}
==संदर्भ==
{{Reflist|35em}}


[[श्रेणी:लिखाई| ]]
[[श्रेणी:लिखाई| ]]
[[श्रेणी:भाषा| ]]
[[श्रेणी:भाषा| ]]
[[श्रेणी:भाषा बिज्ञान]]
[[श्रेणी:भाषा बिज्ञान]]

{{भाषाबि-आधार}}

15:01, 16 दिसंबर 2016 तक ले भइल बदलाव

लिखाई या लिपि (अंग्रेजी: Writing system) कौनों भी अइसन तरीका ह जेवना द्वारा बोलल जा सके वाला चीज के देखल जा सके लायक रूप में जाहिर कइल जाला। भाषा के बोलल जाए वाला रूप आ लिखल जाए वाला रूप में से लिखाई के इस्तमाल से लिखल रूप के फायदा ई होला की एह तरह से कौनों बात के सहेज के रखल भी जा सके ला आ एक जगह से दुसरा जगह भेजल जा सके ला।

दुनिया में कई तरह के लिखाई के सिस्टम मौजूद बाड़ें। कुछ अल्फाबेट आ अच्छर के इस्तमाल से जबकि कुछ चित्र के इस्तमाल से भाषा के लिखे के काम आवे लें। लैटिन लिखाई अल्फाबेट सिस्टम आधारित हवे, जबकि भारत में चलन में ज्यादातर लिखाई सब आबूगीडा प्रकार के सिस्टम हवें जिनहन में स्वर आ व्यंजन के एक साथ मिला के लिखल जाला।

संदर्भ