मदद:संपादन
कुछ सुरक्षित पन्नो के अलावा हर पृष्ठ में एक "सम्पादन" टैब होता है जिस से आप उस पृष्ठ में बदलाव ला सकते हैं। यह संपादन करने की सक्षमता विकिपीडिया का सबसे बुनियादी लक्षण है, और आपको पृष्ठ में संशोधन करने और उसमें तथ्य डालने की अनुमति देता है। अगर आप तथ्य डालते है तो कृपया संदर्भ देना न भूले, क्योकि असंदर्भित तथ्य हटाए जा सकते हैं।
सम्पादन करने के अभ्यास के लिए प्रयोगस्थल पर जाकर "सम्पादन" टैब पर क्लिक करें। जब आप "सम्पादन" टैब पर क्लिक करेगे, एक संपादन खिड़की खुल जाएगी जिसमें उस पृष्ठ का मूलपाठ होगा। उसमें कुछ मजेदार या दिलचस्प लिखे, या शब्दो को हटा कर अपना पाठ लिखे। फिर "लेख सहेजे" पर क्लिक करे और देखें कि क्या होता है!
संपादन का सारांश
[संपादन करीं]आपके इस पहले संपादन के अभ्यास से दो चीज़ें बाहर छोड़ दी गई जो वास्तव में करे गए लेख-संपादन में की जानी चाहियें। चलिए फिर से "संपादन" का टैब दबाएँ, कुछ और लिखें और फिर इन दो ज़रूरी चीज़ों को भी करें।
प्रथम, जब भी आप किसी लेख को सम्पादित करते हैं तो विकि-शिष्टता के नियमों के अनुसार यह अच्छी बात मानी जाती है कि आप अपने बदलाव के बारे में कुछ "सारांश" के डब्बे में लिख दें। इसमें आप यह लिख सकते हैं के आपने किस कारण से यह बदलाव किया या आपका बदलाव किस तरह का है, जैसे "देश का नाम ठीक किया" या "फल के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी डाली"। अगर आपका बदलाव छोटा-सा है तो "यह एक छोटा बदलाव है" नामक डब्बे में आप चिन्ह लगा सकते हैं (यह डब्बा केवल पंजीकृत सदस्यों को उपलब्ध है - आप स्वयं को आसानी से पंजीकृत कर सकते हैं और यह स्वशिक्षा लेख आपको आगे चलकर पंजीकरण के बारे में सिखाएगा)।
पूर्वावलोकन
[संपादन करीं]दूसरा, आप को हमेशा "पूर्वावलोकन" वाले बटन का प्रयोग करना चाहिए। प्रयोगस्थल में बदलाव करने के बाद "लेख सहेजे" वाले बटन की बजाए "पूर्वावलोकन" वाला बटन दबाएँ। अब आपको वही दिखेगा जो आपको लेख सहेजने के बाद नज़र आता, लेकिन आपके बदलाव अभी सहेजे नहीं गए हैं। हम सभी समय-समय पर ग़लतियाँ करते हैं, और पूर्वावलोकन के प्रयोग से हम लेख सहेजने से पहले अपनी ग़लतियाँ पकड़कर उन्हें सुधार सकते हैं। हाँ, पूर्वावलोकन करने के बाद अपने लेख को सहेजना न भूलें!
लेख सहेजें
[संपादन करीं]पूर्वावलोकन का प्रयोग करके ग़लतियाँ सुधार लीं? संपादन का सारांश लिख लिया? तो फिर आप लेख सहेजने के लिए तैयार हैं। "लेख सहेजें" वाला बटन दबाइए!
रूप रंग (फोर्मेटिंग)
[संपादन करीं]इसमें किसी पन्ने पर अक्षर गाढ़े-तिरछे करने के लिए और शीर्षकों को दर्शाने के लिए विशेष चिह्नों और शब्दों का प्रयोग होता है। इन चिह्नों और शब्दों की भाषा को "विकि मार्कअप" या "विकीटॅक्स्ट" भाषा कहते हैं। सुनने में यह भले ही कठिन लगे लेकिन वास्तव में इस भाषा का प्रयोग बहुत ही आसान है।
गाढ़ी और तिरछी लिखाई
[संपादन करीं]सब से ज़्यादा प्रयोग होने वाले चिह्न गाढ़े अक्षरों (यानी बोल्ड) और तिरछे अक्षरों (यानी आईटैलिक्स) के चिह्न होते हैं। किसी शब्द, वाक्यांश या वाक्य को गाढ़ा या तिरछा उसके इर्द-गिर्द वर्ण-लोपों (यानी अपॉस्ट्रॉफ़ीयों) के चिह्न (') के प्रयोग से होता है:
अगर आपने लिखा | तो आपको मिलेगा |
''तिरछा'' | तिरछा |
'''गाढ़ा''' |
गाढ़ा |
'''''गाढ़ा और तिरछा''''' |
गाढ़ा और तिरछा |
विकिपीडिया का दस्तूर है कि किसी भी लेख का नाम जब प्रथम दफ़ा लेख में आता है तो उसे गाढ़े अक्षरों में लिखा जाता है। मिसाल के लिए, आयो (उपग्रह) का लेख इस तरह आरम्भ होता है:
- आयो हमारे सौर मण्डल के पाँचवे ग्रह बृहस्पति का तीसरा सब से बड़ा उपग्रह है और यह पूरे सौर मंडल का चौथा ...
तिरछे अक्षरों का प्रयोग अक्सर किताबों, फ़िल्मों, कंप्यूटर खेलों, वगैरह के शीर्षकों के लिए होता है। अगर लेख का विषय ही किसी फ़िल्म या पुस्तक का शीर्षक है तो गाढ़े और तिरछे अक्षरों का प्रयोग किया जा सकता है।
बिना किसी वजह के गाढ़े या तिरछे अक्षरों का प्रयोग करने से परहेज़ करें क्योंकि इस से साधारण पाठकों को लेख पढ़ने में कठिनाइयाँ होती हैं, और वे अक्सर ऐसे लेखों को जल्दी से देखकर अन्य किसी पन्ने कि ओर चले जाते हैं।
शीर्षक और उपशीर्षक
[संपादन करीं]किसी भी लेख की व्यवस्था को अच्छा बनाने के लिए शीर्षकों और उपशीर्षकों से बड़ा फायदा होता है। अगर आप देखते हैं के किसी लेख में दो या उस से अधिक विषयों पर बात हो रही है और हर विषय पर एक-दो से अधिक अनुच्छेद हैं, तो प्रत्येक विषय के लिए शीर्षक डालने से (यानि हर विषय का अलग उपभाग बनाने से) लेख अधिक पढ़ने के लायक़ हो जाता है। शीर्षक और उपशीर्षक ऐसे बनाए जाते हैं:
अगर आपने लिखा | तो आपको मिलेगा |
==शीर्षक== |
शीर्षक[संपादन करीं] |
===उपशीर्षक=== |
उपशीर्षक[संपादन करीं] |
ध्यान रखिये के बिना किसी सामग्री के शीर्षक और उपशीर्षक बनाने से लेख पढ़ना मुश्किल हो जाता है। ऐसे लेख ऐसे लगते हैं जैसे किसी समाचारपत्र में सुर्ख़ियाँ ही सुर्ख़ियाँ हो और उनके नीचे कोई ख़बर न लिखी हो।
अगर किसी लेख में चार या उस से अधिक शीर्षक हैं, तो उसमें अपने-आप ही एक अनुक्रम सूची बन जाती है। आइये, इस पन्ने के प्रयोगस्थल में कुछ शीर्षक और उपशीर्षक बनाकर देखिये!
जोड़ कैसे बनाएँ
[संपादन करीं]विकिपीडिया के लेखों को एक-दूसरे से जोड़ना बहुत ही ज़रूरी है, क्योंकि इन जोड़ों के द्वारा पढ़ने वाले तेज़ी से एक लेख की जानकारी से दूसरी लेख की सम्बंधित जानकारी तक पहुँच पाते हैं। इस से विकिपीडिया उपयोगिता कई गुना बढ़ जाती है।
किसी लेख में किसी अन्य विकिपीडिया लेख के लिए जोड़ बनाने ले लिए उसके इर्द-गिर्द दोहरे चकोर ब्रैकेट लगे दें, कुछ इस तरह:
- [[प्रयोगस्थल]]
जो आपके संपादन के बाद पाठक को ऐसे दिखेगा: प्रयोगस्थल
अगर आप जोड़ तो डालना चाहते हैं, लेकिन चाहते हैं के जुड़े हुए लेख के नाम की बजाए कुछ और शब्द नज़र आएँ, तो नली के चिह्न "|" से यह आसानी से किया जा सकता है। यह अंग्रेज़ी के कुंजीबोर्ड (कीबोर्ड) में SHIFT+BACKSLASH (SHIFT+\) से आसानी से लिखा जाता है, और ध्यान दीजिये कि यह विराम ("।") के चिह्न से अलग है। देखिये, नली-चिह्न के इस्तेमाल से अगर हम लिखें:
- [[लाल किला|दिल्ली वाला ऐतिहासिक लाल रंग का किला]]
तो यह ऐसा दिखेगा: दिल्ली वाला ऐतिहासिक लाल रंग का किला
आप किसी लेख के विभाग के लिए भी सीधा जोड़ डाल सकते हैं:
- [[लाल किला#दीवान-ए-आम|लाल किले का सभाघर]]
तो दर्शाया गया जोड़ दिखने में ऐसा दिखेगा: लाल किले का सभाघर
अगर आप चाहते हैं के दर्शाया गया जोड़ गाढ़े या तिरछे अक्षरों में हो तो दोहरे चकोर ब्रैकेटों के इर्द-गिर्द वर्ण-लोपों (यानी अपॉस्ट्रॉफ़ीयों) के चिन्ह (') डाल दें:
- ''[[आषाढ़ का एक दिन]]''
जो दिखने में ऐसा लगेगा: आषाढ़ का एक दिन
जोड़ डालते हुए यह हमेशा पक्का कर लें के जोड़ सही लेख को ही पड़ रहा है। उदाहरण के लिए दूरदर्शन टेलिविज़न के उपकरण के लेख के लिए जोड़ है जबकि दूरदर्शन (चैनल) भारतीय सरकारी चैनल के लिए लेख है। अक्सर ऐसी स्थितियों के लिए "बहुविकल्पी" पन्ने बनाए जाते हैं जो स्वयं लेख नहीं होते बल्कि एक जैसे नामों वाले लेखों के लिए जोड़ों की सूची होते हैं। उदहारण के लिए नील(बहुविकल्पी) एक ऐसा पृष्ठ है। जब एक-से नाम वाले कई लेख हों, तो नली के चिन्ह का प्रयोग काफ़ी काम की चीज़ है, क्योंकि पाठक के लिए "शेख़ूपुर की बस्ती उत्तर प्रदेश के हमीरपुर ज़िले में है" आसान है जबकि "शेख़ूपुर की बस्ती उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिला, उत्तर प्रदेश में है" पढ़ने में अजीब-सा लगता है हालांकि दोनों ही जोड़ पाठक को उसी एक लेख पर ले जाते हैं।
ध्यान रहे के अगर जोड़ किसी ऐसे लेख के लिए है जो अभी लिखा ही नहीं गया, तो उस जोड़ का रंग लाल होगा, जैसे की:
- [[मंगल ग्रह पर मानवों की पाँचवी बस्ती]]
जो पाठक को ऐसा दिखेगा: मंगल ग्रह पर मानवों की पाँचवी बस्ती
जोड़ कब डालें
[संपादन करीं]लेखों के लिए जोड़ डालना किसी भी पन्ने को अधिक उपयोगी बनता है, लेकिन बहुत ज़्यादा जोड़ होने से आँख बहकने से लेख को पढ़ना मुश्किल हो जाता है। बहुत अधिक जोड़ों की स्थिति से बचने के लिए, किसी लेख के लिए जोड़ केवल तभी डालें जब उसके नाम का ज़िक्र किसी पन्ने में प्रथम बार हो रहा हो। "विश्व" जैसे अत्यधिक साधारण शब्दों के लिए जोड़ ना डालें।
विकिपीडिया में कुछ अन्य अच्छे लेखों को देखकर आप सीख सकते हैं के कब जोड़ डाले जाने चाहिए और कब नहीं। कुछ अच्छे लेख आपको उत्तम लेखों की सूची में मिलेंगे।
श्रेणियाँ
[संपादन करीं]आप लेखों को उचित श्रेणियों में डाल सकते हैं। अगर किसी सम्बंधित लेख की श्रेणी देखकर आपको किसी लेख के लिए उचित श्रेणी या श्रेणियाँ पता हैं, जो लेख के अंत के आस-पास [[श्रेणी:]] लिखें, और श्रेणी का नाम द्विबिंदु (कोलन, ":" का चिन्ह) और ब्रैकेटों के बीच डाल दें।
यह बहुत ज़रूरी है के आप लेखों पर सही श्रेणियाँ लगाएँ ताकि अन्य लोग आसानी से आपके बनाए लेख ढूंढ पाएँ। यह करने का सब से अच्छा तरीक़ा अपने लेख से सम्बंधित अन्य लेखों को ढूंढकर उनकी श्रेणियों को अपने लेख के लिए भी प्रयोग करना है। अगर आप किसी फल पर लिख रहें हैं तो उसी की तरह के अन्य फलों पर लेख ढूँढने का प्रयास करें जिस से आपको कुछ उचित श्रेणियाँ मिल सकें।