बर्ड्स इन संस्कृत लिट्रेचर
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बर्ड्स इन संस्कृत लिट्रेचर (Birds in Sanskrit literature) संस्कृत साहित्य में चिरइन के बर्णन के ऊपर के॰ एन॰ दवे (1884-1983) के लिखल पुस्तक बाटे। ई पुस्तक दवे के जीवन भर के अध्ययन आ मेहनत के परिणाम बाटे।[1]
किताब में अलग-अलग चिरई सभ के संस्कृत साहित्य में उल्लेख के बर्णन कइल गइल बाटे। एह किताब के पहिला संसकरण दवे के मरले के बाद 1985 में भंडारकर प्राच्यबिद्या रिसर्च इंस्टीट्यूट (Bhandarkar Oriental Research Institute) से छपल आ वर्तमान संस्करण सन् 2005 में मोतीलाल बनारसीदास से छपल बाटे।
संदर्भ
[संपादन करीं]- ↑ Linke, Elfrun (1997). "BIRDS IN SANSKRIT LITERATURE : SANSKRIT-ENGLISH INDEX". Annals of the Bhandarkar Oriental Research Institute. 78 (1/4): 121–141. Retrieved 3 जून 2018.
बाहरी कड़ी
[संपादन करीं]- बर्ड्स इन संस्कृत लिट्रेचर आर्काइव.कॉम पर।
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