पिंगो
पिंगो (अंग्रेजी: Pingo) ग्लेशियर के किनारे वाला इलाका में बने वाला ढूह चाहे टीला नियर थलरूप हवे। पेरीग्लेशियल इलाका ऊ होला जे हमेशा जमल रहे वाला बर्फीला इलाका पर्माफ्रॉस्ट के आसपास के इलाका होला आ साल में कुछ समय खाती ऊपरी हिस्सा पघिल जाला आ ज्यादातर समय ई बर्फ के रूप में जमल रहे ला।
पिंगो एगो टीला चाहे ढूहा नियर होला आ एकरे अइसन आकृति के मुख्य कारण होला एकरे भीतर मौजूद बरफ के केंद्रक वाला हिस्सा जे जमाव आ पघिलाव के दौरान साल दर साल साइज में बड़ होखत जाला आ टीला के आकार भी एही के साथे बढ़त चल जाला। बीचा में बरफ के बड़ हिस्सा केंद्रीय भाग के रूप में होखे के कारन एकरा के हाइड्रोलैकोलिथ भी कहल जाला। पिंगो के ऊपरी हिस्सा में, जे आसपास के नम दलदली आ पानियाह जमीन से ऊपर होखे ला घास भी जाम जाले आ ई दलदल में बीचा-बीचा में घास के ढूहा नियर लउके लें। इनहन के आसपास के जमीन पैटर्न वाली जमीन भी हो सके ले जइसे कि बेर-बेर जमे आ पघिले से जमीनी हिस्सा पर बहुभुज के आकृती के निर्माण हो जाला।
भूगोलीय रूप से ई पिंगो सभ आर्कटिक आ उपआर्कटिक इलाका में पावल जालें जहाँ साल के कुछ हिस्सा ग्लेशीयेशन से गुजरे ला आ जम जाला। इनहन के आकार 70 मीटर ऊँचाई वाला आ लगभग 600 मीटर डायामीटर वाला हो सके ला। जब इनहन के इलाका में ग्लेशियेशन खतम हो जाला तब तब इनहन के बीचा में के बरफ के कोर पघिल जाला आ ई गड़हा धँसाव नियर बचे लें, इनहनों के पिंगो कहल जाला।
इहो देखल जाय
[संपादन करीं]संदर्भ
[संपादन करीं]ई थलरूप-संबंधी लेख एगो आधार बाटे। जानकारी जोड़ के एकरा के बढ़ावे में विकिपीडिया के मदद करीं। |