डक्टाइलिटी (पृथ्वी बिज्ञान)
पृथ्वी बिज्ञान में डक्टाइलिटी के अरथ होला चट्टान के अइसन गुण जेकरे चलते ओह में तनाव के दशा में बिना टूटफूट के रूप बदलाव हो सकत होखे। मने कि तनाव आ दबाव पड़े पर ऊ चट्टान प्लास्टिक नियर मुड़ के आपन रूप बदल ले आ बाद में दबाव-तनाव के हट जाए पर ओही बदलल रूप में रहि जाय। अइसन घटना भा गुण ऊपरी सतह पर सेडीमेंटरी चट्टान सभ में होला जिनहन के लिथिफिकेशन पूरा ना भइल होखे, हैलाइट सभ में कुछ हद तक हो सके ला आ पृथ्वी के भीतर अधिका गहिराई पर जाए पर तापमान आ दबाव के अधिकता के चलते कौनों भी किसिम के चट्टान में हो सके ला। अधिक दबाव फ्रैक्चर आ रप्चर होखे से बचावे ला आ बेसी ताप तनाव-दबाव में मुड़े के घटना में मदद करे ला।
एस्थेनोस्फियर अइसन मंडल हवे जहाँ लगभग सगरी किसिम के चट्टान सभ में डक्टाइल बेहवार होला।
संदर्भ[संपादन करीं]
Page टेम्पलेट:Reflist/styles.css has no content.
![]() | ई भूबिज्ञान-संबंधी लेख एगो आधार बाटे। जानकारी जोड़ के एकरा के बढ़ावे में विकिपीडिया के मदद करीं। |
![]() | ई भूआकृति बिज्ञान-संबंधी लेख एगो आधार बाटे। जानकारी जोड़ के एकरा के बढ़ावे में विकिपीडिया के मदद करीं। |