टायको ब्राहे
टाइको ब्राहे | |
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Brahe wearing the Order of the Elephant | |
जनम | Tyge Ottesen Brahe 14 December 1546 स्कानिया, डेनमार्क-नार्वे |
निधन | 24 अक्टूबर 1601 प्राग, हैप्स्बर्ग बोहेमिया, पबित्र रोमन साम्राज्य | (उमिर 54)
राष्ट्रीयता | डैनिश |
महतारी संस्था | कोपेनहेगन विश्वविद्यालय लिपजिग विश्वविद्यालय रोस्टोक विश्वविद्यालय |
पेशा | नोबलमैन, खगोलशास्त्री, लेखक |
परसिद्धि के कारन | टाइकोनिक सिस्टम रुडोल्फाइन सारणी |
जीवनसाथी | Kirsten Barbara Jørgensdatter |
संतान | 8 |
माईबाप | ओट्टो ब्राहे Beate Clausdatter Bille |
दसखत | |
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टायको ब्राहे (अंग्रेजी: Tycho Brahe; मूल उच्चारण: टाइको ब्राःई; 14 दिसंबर 1546 – 24 अक्टूबर 1601)) यूरोपियन खगोलशास्त्री रहलें। इनका के सटीक खगोलीय बेध करे वाला खगोलशास्त्री के रूप में जानल जाला, ओह समय तक केहू दूसर एतना सटीक आ बिस्तार से आकाशी चीज सभ के पोजीशन के नाप-जोख करे वाला ना रहल।
ब्राहे के जनम ओह जमाना के डेनमार्क के स्कानिया में एगो ऊँच खानदान में भइल रहे। पढ़ाई-लिखाई बहुत कायदे से भइल आ इनके झुकाव खगोलबिद्या के ओर भइल। बाद में चल के डेनमार्क के राजा दुसरा फ्रेडरिक इनका के एगो दीप पर संपति दिहलें जहाँ ब्राहे आपन बेध करे खाती एगो भवन बनवलें आ कई किसिम के यंत्र अस्थापित कइलेन।
टाइको ब्राहे, कोपरनिकस के सिस्टम आ टालेमी के सिस्टम के मिला के आपन बिचार टाइकोनिक सिस्टम के नाँव से दिहलें जेह में धरती आ आकाश के चीज सभ के मॉडल के रूप में सम्झावल गइल रहे। बिचित्र बात ई रहे कि इनके ख़ुद अपना नापजोख से मालुम रहे कि चंद्रमा पृथिवी के चक्कर लगावे ला आ ग्रह सभ सुरुज के बाकी ई अपना सिस्टम में सुरुज के सेंटर में रखलें।
परसिद्ध खगोलशास्त्री जोहानस केपलर इनके असिस्टेंट के रूप में बहुत दिन ले इनका साथे काम कइलेन आ इनके कइल गइल नापजोख सभ के इस्तेमाल आपन ग्रह के गति के नियम साबित करे में कइलेन।
टाइको ब्राहे आखिरी सभसे महान बेधकरता रहलें जे बिना दूरबीन के आकाशी चीजन के नापजोख करें।
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