हंबनटोटा

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हंबनटोटा
හම්බන්තොට / அம்பாந்தோட்டை
मागमपुरा මාගම්පුර மாகம்புர
कस्बा
हंबनटोटा is located in श्री लंका
हंबनटोटा
हंबनटोटा
श्रीलंका में लोकेशन
Coordinates: 06°07′28″N 81°07′21″E / 6.12444°N 81.12250°E / 6.12444; 81.12250निर्देशांक: 06°07′28″N 81°07′21″E / 6.12444°N 81.12250°E / 6.12444; 81.12250
देसश्रीलंका
प्रांतदक्खिनी प्रांत
जिलाहंबनटोटा जिला
Elevation
1 m (3 ft)
Population
 (2001)
 • Total11,213
Time zone+05:30
Area code047

हंबनटोटा (अंग्रेजी: Hambantota) श्रीलंका के दक्खिनी प्रांत में समुंद्र के किनारे बसल एगो सहर बा। ई अपनहीं नाँव के जिला के मुख्यालय भी हवे। श्रीलंका सरकार एह सहर के लोकेशन के महत्व देख के इहाँ नया बिकास क रहल बा जेह में नया बंदरगाह आ हवाईअड्डा के निर्माण सामिल बा।

इतिहास[संपादन करीं]

प्राचीन[संपादन करीं]

पुराना समय में जब श्रीलंका में इंडोनेशिया, सियाम आ चीन से यात्री लोग आवे, आपन जहाज अंबलनटोटा के गोदावाया नाँव के जगह पर किनारे लगावे काहें से कि ई एगो प्राकृतिक बंदरगाह रहे। एह बड़हन जहाज सभ के "संपन" कहल जाय आ "थोटा" के मतलब बंदरगाह होखे। ई ओह जमाना क बात हवे जब श्रीलंका के एह दक्खिनी हिस्सा में रुहुना नाँव के राज के शासन रहल। "संपनथोटा" से बाद में बदल के एकर नाँव "हंबनटोटा" हो गइल।[1]

लगभग 200 ईसा पूर्ब के आसपास के दौर में श्रीलंका के पहिला राजघराना, अनुराधापुरा राजधानी के साथ, श्रीलंका दीप के उत्तरी भाग में राज करत रहल। अनुराधापुरा के राजा देवानांपिय तिस्स के भाई राजा महानागा कौनों बिबाद के चलते अलग हो के दक्खिनी हिस्सा में रुहुना राज के स्थापना कइलेन। ऊ दक्खिन में महागाम के आपन राजधानी बनवलें आ वर्तमान हंबनटोटा से कुछ दूरी पर तिस्समहाराम में गौतम बुद्ध के पबित्र दांत अस्थापित क के बिसाल मंदिर भी बनवावल गइल रहल।[2]

आधुनिक[संपादन करीं]

लगभग 1801 से 1803 के आसपास, अंगरेज लोग हंबनटोटा के समुंदरी किनारा पर मौजूद एगो चट्टानी हिस्सा पर, इहाँ मौजूद लाइट हाउस के ठीक बगल में, मार्टेलो टावर नाँव के एगो गोल किला बनवावल। एकरे निर्माण के श्रेय कप्तान गोपर के दिहल जाला (हालाँकि एह नाँव के कप्तान के रेकार्ड कवनो ना मिले ला)। ओह समय श्रीलंका में कमांडिंग इंजीनियर कप्तान ब्रिजेज रहलें। ईहो मानल जाला कि ई किला पहिले से मौजूद एगो छोटहन डच किला के जगह पर बनावल गइल। 1803 में इहाँ एचएमएस विलहेम्निया नाँव के जुद्धजहाज रुकल आ आठ लोग के उतरलस जे लोग रॉयल आर्टिलरी से रहे आ लोकल गैरिसन में सामिल भइल, बाद में कैंडी जुद्ध में एह जगह पर हमला रोके में कामयाब भइल।[3]


2 अगस्त से 9 सितंबर 1803 के बीच, सीलोन नेटिव इन्फैंट्री के जे॰ पेंडरगास्ट हंबनटोटा कालोनी के इंचार्ज रहलें आ कैंडी राज के हमला रोके में स्नो शिप मिनर्वा के मदद से कामयाब भइलें।[4] एचएमएस विलहेम्निया से उतरल लोग पहिलहीं उनके सेना में सामिल हो चुकल रहल।[3] कालोनी के सुरक्षा में एह लोग के महत्वपूर्ण भूमिका रहल।[5] कौनो लड़ाई में शामिल होखे के ई एकलौता मोका रहल जहाँ हंबनटोटा के एह मार्टेलो टावर नाँव के किला के कवनो भूमिका रहल (अगर रहल)।

लियोनार्ड वुल्फ़, जे बाद में प्रसिद्द लेखिका वर्जीनिया वुल्फ से बियाह कइलें, 1908 से 1911 के बीच में हंबनटोटा में मौजूद ब्रिटिश कालोनी के प्रशासक रहलें।

भूगोल[संपादन करीं]

हंबनटोटा एगो समुंद्रतटीय सहर हवे। एकर लोकेशन 06°07′28″ उत्तर अक्षांस आ 81°07′21″ पूरबी देशांतर पर बा। शहर के दक्खिन में हिंद महासगर बा आ उत्तर में लगभग 60 किलोमीटर (37 मील) के बाद पहाड़ी इलाका सुरू होला। मैदानी समुंद्रतटीय मैदान के बिस्तार के लंबाई पूरुब-पच्छिम के बा।

शहर में दू गो लैगून बाने कारागान लेवाया[6] आ महा लेवाया[7]। महा लेवाया अब लगभग पूरा सूख गइल बा आ नमक के खेत (साल्ट पैन) के रूप में बा, जबकि कारागान लेवाया समुन्द्र से जुड़ल बा आ बंदरगाह के रूप में बिकसित कइल गइल बा।

शहर के सीमा से सटले, पुरुब ओर कोहोलांकल लेवाया आ अउरी आगे जइले पर मलाला लेवाया बाने आ इनहन के चारों ओर के इलाका के घेर के बुंदाला नेशनल पार्क के रूप में बिकसित कइल गइल बाटे।

शहर के बीचोबीच से नेशनल हाइवे A2 गुजरे ला जे पच्छिम में कोलंबो तक ले जाला।

इहो देखल जाय[संपादन करीं]

संदर्भ[संपादन करीं]

  1. "हंबनटोटा" (अंग्रेजी में). Hambantota District Chamber of Commerce. Archived from the original on 2018-04-05. Retrieved 30 अप्रैल 2011.
  2. "Hambantota District. Hambantota: Sri Lanka's Deep South". Archived from the original on 2016-03-04. Retrieved 2017-07-31.
  3. 3.0 3.1 "No. 15689". The London Gazette. 3 April 1804. p. 405.
  4. The Asiatic annual register, or, A View of the history of ..., Volume 8, Issue 1, p.74.
  5. Stubbs, Francis W. (2010). History of the Organization, Equipment, and War Services of the Regiment of Bengal Artillery. General Books. p. 165. ISBN 1-150-23818-6. {{cite book}}: Cite has empty unknown parameter: |coauthors= (help)
  6. http://www.geographic.org/geographic_names/name.php?uni=-3072442&fid=969&c=sri_lanka
  7. http://lk.geoview.info/maha_lewaya,1236960