रसखान
Appearance
नाम | सैयद इब्राहिम रसखान |
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जनम | 1548 ईस्वी |
जनम स्थान | अमरोहा, मुगल साम्राज्य |
मृत्यु | 1628 ईस्वी |
मृत्यु स्थान | वृन्दावन,मुगल साम्राज्य |
धर्म | हिंदू, मुस्लिम |
कविता संग्रह | रसखान रचनावली |
सैयद इब्राहिम रसखान भा रसखान (जनम : 1548 ईस्वी, मृत्यु : 1628 ईस्वी)हिंदी साहित्य के भक्ति काल क एगो वैष्णव भक्त कवि बाड़ैं। मिश्रबंधु आ रामचंद्र शुक्ल इनके विट्ठलनाथ क चेला बतावैलन। चंद्रबली पांडे क कहल बा कि श्रीनाथ जी के जवना बालरूप क बल्लभ संप्रदाय में एतना मानजान बा ऊ इनकरे रचना में ना मिलैला। भारतेंदु हरिश्चंद्र उत्तर भक्तमाल में इनकर जिक्र कइले बाड़ैं। राधाचरण गोस्वामी नव भक्तमाल में इनके बादसा वंश विभाकर कहले बाड़ैं आऊर दो सौ बावन वैष्णवन की वार्ता के अनुसार इसके श्रीनाथ जी क भक्त बतवले बाड़ैं।[1]
संदर्भ
[संपादन करीं]- ↑ शर्मा, विनय मोहन (1963). हिंदी साहित्य कोश (2015 ed.). वाराणसी: ज्ञानमंडल लिमिटेड. p. 476.
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