गुप्त साम्राज्य: रिवीजन सभ के बीचा में अंतर
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'''गुप्त साम्राज्य''' प्राचीन भारत के एगो साम्राज्य रहल जेकर स्थापना श्री गुप्त द्वारा भइल। [[चंद्रगुप्त I]], [[समुद्रगुप्त]] आ [[चंद्रगुप्त II]] एह साम्राज्य के परसिद्ध शासक रहल लोग। ई साम्राज्य 320 से 550 ईसवी के बीच अपने उत्कर्ष के काल में रहल<ref>{{cite encyclopedia|title=Gupta Dynasty – MSN Encarta |url=http://encarta.msn.com/encyclopedia_761571624/gupta_dynasty.html |work= |archiveurl=https://www.webcitation.org/5kwqOxl5F?url=http://encarta.msn.com/encyclopedia_761571624/gupta_dynasty.html |archivedate=1 नवंबर 2009 |deadurl=yes |df= }}</ref> आ एह समय के भारत के इतिहास के सोनहरा जुग मानल गइल बा।<ref>N. Jayapalan, ''History of India'', Vol. I, (Atlantic Publishers, 2001), 130.</ref> |
'''गुप्त साम्राज्य''' प्राचीन भारत के एगो साम्राज्य रहल जेकर स्थापना श्री गुप्त द्वारा भइल। [[चंद्रगुप्त I]], [[समुद्रगुप्त]] आ [[चंद्रगुप्त II]] एह साम्राज्य के परसिद्ध शासक रहल लोग। ई साम्राज्य 320 से 550 ईसवी के बीच अपने उत्कर्ष के काल में रहल<ref>{{cite encyclopedia|title=Gupta Dynasty – MSN Encarta |url=http://encarta.msn.com/encyclopedia_761571624/gupta_dynasty.html |work= |archiveurl=https://www.webcitation.org/5kwqOxl5F?url=http://encarta.msn.com/encyclopedia_761571624/gupta_dynasty.html |archivedate=1 नवंबर 2009 |deadurl=yes |df= }}</ref> आ एह समय के भारत के इतिहास के [[सोनहरा जुग]] मानल गइल बा।<ref>N. Jayapalan, ''History of India'', Vol. I, (Atlantic Publishers, 2001), 130.</ref> |
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एह साम्राज्य के दौरान भारत में भवन निर्माण, नक्काशी, चित्रकारी इत्यादि में सभसे महत्व के योगदान भइल।<ref>[https://web.archive.org/web/20081204082030/http://www.wsu.edu:8001/~dee/ANCINDIA/GUPTA.HTM Ancient India. The Age of the Guptas].wsu.edu</ref> साहित्य आ कला के दृष्टि से भा बिज्ञान के क्षेत्र में ई काल प्राचीन भारत के इतिहास में सभसे समृद्ध मानल जाला। एही समय में [[कालिदास]], [[आर्यभट II]], [[वात्स्यायन]], [[वाराहमिहिर]], आ [[विष्णुशर्मा]] नियर बिद्वान भइल लोग। [[महाभारत]] आ [[रामायण]] नियर साहित्यिक ग्रंथ सभ अपना वर्तमान रूप में एही समय में आइल। |
एह साम्राज्य के दौरान भारत में भवन निर्माण, नक्काशी, चित्रकारी इत्यादि में सभसे महत्व के योगदान भइल।<ref>[https://web.archive.org/web/20081204082030/http://www.wsu.edu:8001/~dee/ANCINDIA/GUPTA.HTM Ancient India. The Age of the Guptas].wsu.edu</ref> साहित्य आ कला के दृष्टि से भा बिज्ञान के क्षेत्र में ई काल प्राचीन भारत के इतिहास में सभसे समृद्ध मानल जाला। एही समय में [[कालिदास]], [[आर्यभट II]], [[वात्स्यायन]], [[वाराहमिहिर]], आ [[विष्णुशर्मा]] नियर बिद्वान भइल लोग। [[महाभारत]] आ [[रामायण]] नियर साहित्यिक ग्रंथ सभ अपना वर्तमान रूप में एही समय में आइल। |
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गुप्त साम्राज्य | ||||||||||||||||||||||||||||||
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अपना चरम बिस्तार के काल में गुप्त साम्राज्य के सीमा
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Capital | पाटलिपुत्र | |||||||||||||||||||||||||||||
Languages | संस्कृत (साहित्य आ उच्चशिक्षा); प्राकृत सभ (देहाती भाषा) | |||||||||||||||||||||||||||||
Religion | ||||||||||||||||||||||||||||||
Government | राजशाही | |||||||||||||||||||||||||||||
महाराजाधिराज | ||||||||||||||||||||||||||||||
• | 240s–280s | श्री गुप्त | ||||||||||||||||||||||||||||
• | 319–335 | चंद्रगुप्त I | ||||||||||||||||||||||||||||
• | 335-380 | समुद्रगुप्त | ||||||||||||||||||||||||||||
• | 380–415 | चंद्रगुप्त II | ||||||||||||||||||||||||||||
• | 540–550 | विष्णुगुप्त | ||||||||||||||||||||||||||||
Historical era | प्राचीन भारत | |||||||||||||||||||||||||||||
• | Established | 321 CE | ||||||||||||||||||||||||||||
• | Disestablished | 550 CE | ||||||||||||||||||||||||||||
Area | 3,500,000 km² (1,351,358 sq mi) | |||||||||||||||||||||||||||||
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Today part of | ||||||||||||||||||||||||||||||
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गुप्त साम्राज्य प्राचीन भारत के एगो साम्राज्य रहल जेकर स्थापना श्री गुप्त द्वारा भइल। चंद्रगुप्त I, समुद्रगुप्त आ चंद्रगुप्त II एह साम्राज्य के परसिद्ध शासक रहल लोग। ई साम्राज्य 320 से 550 ईसवी के बीच अपने उत्कर्ष के काल में रहल[1] आ एह समय के भारत के इतिहास के सोनहरा जुग मानल गइल बा।[2]
एह साम्राज्य के दौरान भारत में भवन निर्माण, नक्काशी, चित्रकारी इत्यादि में सभसे महत्व के योगदान भइल।[3] साहित्य आ कला के दृष्टि से भा बिज्ञान के क्षेत्र में ई काल प्राचीन भारत के इतिहास में सभसे समृद्ध मानल जाला। एही समय में कालिदास, आर्यभट II, वात्स्यायन, वाराहमिहिर, आ विष्णुशर्मा नियर बिद्वान भइल लोग। महाभारत आ रामायण नियर साहित्यिक ग्रंथ सभ अपना वर्तमान रूप में एही समय में आइल।
संदर्भ
- ↑ Gupta Dynasty – MSN Encarta. Archived from the original on 1 नवंबर 2009.
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: Unknown parameter|deadurl=
ignored (help) - ↑ N. Jayapalan, History of India, Vol. I, (Atlantic Publishers, 2001), 130.
- ↑ Ancient India. The Age of the Guptas.wsu.edu
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