माघ: रिवीजन सभ के बीचा में अंतर

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== नाँव ==
== नाँव ==
[[चित्र:Leo constellation map.svg|240px|thumb|आकास में सिंह राशि के चित्र। एह में दाहिने नीचे देखावल रेग्युलस तारा के भारतीय ज्योतिष में मघा तारा कहल जाला।]]
माघ महीना के नाँव भारतीय ज्योतिष आ खगोलशास्त्र में बर्णित मघा नक्षत्र के नाँव पर रखल गइल हवे। शाब्दिक अरथ होला मघा नक्षत्र के महीना। अइसन एह कारण से कहल जाला कि एह महीना के पुर्नवासी (पूर्णिमा) के चंद्रमा आकास में मघा नक्षत्र में (चाहे एकरे आसपास) देखालाई पड़े ला।
माघ महीना के नाँव भारतीय ज्योतिष आ खगोलशास्त्र में बर्णित मघा नक्षत्र के नाँव पर रखल गइल हवे। शाब्दिक अरथ होला मघा नक्षत्र के महीना। अइसन एह कारण से कहल जाला कि एह महीना के पुर्नवासी (पूर्णिमा) के चंद्रमा आकास में मघा नक्षत्र में (चाहे एकरे आसपास) देखालाई पड़े ला।



09:55, 10 जनवरी 2022 तक ले भइल बदलाव

माघ (माघ) हिंदू कलेंडर के एक ठो महीना बा।

काशी क्षेत्र में प्रचलन में बिक्रम संवत के अनुसार माघ साल के इगारहवाँ महीना होला। अंगरेजी (ग्रेगोरियन कैलेंडर) के हिसाब से एह महीना के सुरुआत कौनों फिक्स डेट के ना पड़ेला बलुक खसकत रहेला। आमतौर पर ई जनवरी/फरवरी के महीना में पड़े ला।

भारतीय राष्ट्रीय पंचांग, जेवन सुरुज आधारित होला, में माघ इगारहवाँ महीना हवे आ ग्रेगोरियन कैलेंडर के 21 जनवरी से एकर सुरुआत होले। नेपाल में प्रयुक्त कैलेंडर के हिसाब से ई साल के दसवाँ महीना हवे। बंगाली कैलेंडर में भी ई दसवाँ महीना होला।

नाँव

आकास में सिंह राशि के चित्र। एह में दाहिने नीचे देखावल रेग्युलस तारा के भारतीय ज्योतिष में मघा तारा कहल जाला।

माघ महीना के नाँव भारतीय ज्योतिष आ खगोलशास्त्र में बर्णित मघा नक्षत्र के नाँव पर रखल गइल हवे। शाब्दिक अरथ होला मघा नक्षत्र के महीना। अइसन एह कारण से कहल जाला कि एह महीना के पुर्नवासी (पूर्णिमा) के चंद्रमा आकास में मघा नक्षत्र में (चाहे एकरे आसपास) देखालाई पड़े ला।

परब-तिहुआर

इलाहाबाद के संगम पर 2001 के कुंभ मेला के एगो सीन।
अन्हार पाख
  • चउथ - सकट चउथ, जेकरा संकष्टी गणेश चतुर्थी कहल जाला।
  • अमौसा - मौनी अमौसा।
अँजोर पाख
सुरुज के हिसाब से

एकरे अलावा इलाहाबाद में माघ के महीना में पूरा महीना भर चले वाला माघ मेला लागे ला। प्रयाग के त्रिबेनी संगम क्षेत्र में पूरा महीना भर लोग रह के गंगा नहान आ पूजा-प्रार्थना करे ला। एकरा के कल्पवास कहल जाला। माघ मेंला के प्रमुख नहान परब सभ में मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी आ माघी पूर्णिमा होखे लें। हर बारहवाँ बरिस इहे माघ मेला कुंभ मेला के रूप में मनावल जाला आ तब एकर नहान परब शिवरात (महाशिवरात्रि) ले हो जालें।

संदर्भ