वितासोक
Appearance
वितासोक चाहे तीस्सा मौर्य साम्राज्य के एगो राजकुमार आ असोक के साहोदर भाई रहलन। इहे एगो भाई रहलन जिनकरा असोक जिंदा छोड़ले रहलन। ई एगो बौद्ध भिक्खू बन गइल रहलन।
नाँव
[संपादन करीं]श्री लंका के लेखन मे हिनकरा तिस्सा कहल बा।[1][2] थेरगाथा मे तिस्सा आ वितासोक के एक बेकत नइखे मानल गइल।[3] आउर सभ लेखन मे हिनकर नांव वितासोक, सुदत्त चाहे सुगत्र लिखल बा। महावंस मे हिनकरा "एकविहरिका" कहल बा।[4]
संदर्भ
[संपादन करीं]- ↑ Yuan Chwang's travels in India Volumes 14-15 of Oriental Translation Fund Volume 2 of On Yuan Chwang's Travels in India, 629-645 A.D, Stephen Wootton Bushell Authors Thomas Watters, Vincent Arthur Smith Editors Thomas William Rhys Davids, Stephen Wootton Bushell Royal Asiatic Society, 1905 p. 95
- ↑ Ashoka, the Buddhist Emperor of India, Volume 2 Volume 29 of Rulers of India, Ashoka, the Buddhist emperor of India, Vincent Arthur Smith, Edition 2, Clarendon Press, 1901, p. 162
- ↑ Ashoka, Radhakumud Mookerji, Edition 3, Motilal Banarsidass, 1995, p.7
- ↑ Thapar, Romila (2012). "2". Aśoka and the decline of the Mauryas (3rd ed.). New Delhi: Oxford University Press. ISBN 9780198077244. Retrieved 9 January 2016.
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