बैक्टीरिया
बैक्टीरिया (bacterium) हर जगह मिलेला। ई अक्सर अकेले रहे वाला जीव ह, जेवन एके सेल से बनल रहेला। ई प्रोकैरियोटिक माइक्रोऑर्गेनिज़्म के एगो बड़ वर्ग ह। बैक्टीरिया आम तौर पर कुछ माइक्रोमीटर लमहर होखेला। ई धरती पर सभसे पहिले आवे वाला जीव में से रहल आ हर जगह मिलेला। बैक्टीरिया हवा, माटी, पानी, गरम एसिडिक झरना, रेडियोधर्मी कचरा आ धरती के गहिराई ले पहुँचे वाला मय बायोस्फियर में रहेलें। ई पोषण चक्र में अहम किरदार निभावेला। ई पोषक तत्व के री-साइकिल करे में आ वातावरण से नाइट्रोजन के बाँधे में मदद करेला। मृत जीव के सड़ावे के काम में भी बैक्टीरिया के बड़ भूमिका होला। समुंदर के अतल गहिराई में हाइड्रोथर्मल वेंट आ कोल्ड सीप जइसन जगह पर एक्सट्रीमोफाइल बैक्टीरिया जियाला। ई घुलल यौगिक जइसन हाइड्रोजन सल्फाइड आ मीथेन के ऊर्जा में बदल के अउरी जीव खातिर पोषण बनावेला। बैक्टीरिया पौधा आ जनावर के साथे कई तरीका के रिश्ता में रहेला— कुछ फायदेमंद, कुछ बिना नुकसान पहुँचावे वाला, आ कुछ परजीवी। ज्यादातर बैक्टीरिया के ठीक से पहचाना ना गइल बा, आ कई प्रजाति लैब में बढ़ावल ना जा सकत बाड़ीं। बैक्टीरिया के अध्ययन के बैक्टिरियोलॉजी कहल जाला, जे माइक्रोबायोलॉजी के एगो शाखा ह।