फ़र्ज़
Appearance
फ़र्ज़ (अरबी: فرض) भा फरज (भोजपुरी उच्चारण) इस्लाम में धार्मिक ड्यूटी भा कर्तब्य ह जेकर आदेश अल्लाह द्वारा कइल गइल मानल जाला। माने की अइसन कर्तब्य जेकर पालन कइल हर मुसलमान खातिर ज़रूरी (अनिवार्य) होखे। जे मुसलमान लोग इनहन के पालन करे ला, मान्यता अनुसार, ओह लोगन के हर अइसन काम के बदले हसनत (حسنة), अज्र (أجر), भा तवाब (ثواب) हासिल होला।
कई जगह फ़र्ज़ (अरबी उच्चारण फ़र्द) आ फ़ारसी के वाजिब के एकही अरथ वाला मानल जाला। हालाँकि, हनफ़ी परंपरा में इनहनो में अंतर कइल जाला - फ़र्ज़ के एकदम से अनिवार्य मानल जाला आ वाजिब के ज़रूरी मानल जाला।[1][2]
संदर्भ
[संपादन करीं]- ↑ Ebrahim, Mufti (2002-04-28). "Albalagh.net". Albalagh.net. Archived from the original on 2019-01-16. Retrieved 2019-01-29.
- ↑ Sunnipath.com Archived 2007-09-29 at the Wayback Machine
![]() | ई इस्लाम-संबंधी लेख एगो आधार बाटे। जानकारी जोड़ के एकरा के बढ़ावे में विकिपीडिया के मदद करीं। |