कमोडिटी
अर्थशास्त्र में कमोडिटी (अंग्रेजी: commodity) माने आर्थिक सामान ह। ई ज्यादातर साधन होला, आ एमे सबले खास बात ई होला कि ओकरा में पूरा या बहुत हद तक fungibility (अर्थात एक जइसन होखल) पावल जाला। माने बजार में ओही चीज के, चाहे जवन कंपनी बनवले होखे, उनहन के सगरी के एक्के बराबर मानल जाला।
कमोडिटी के दाम आमतौर पर पूरा बजार के हिसाब से तय होला। जे चीज बहुत जमल कमोडिटी ह, ओकरा के स्पॉट मार्केट (तुरंत खरीद-बिक्री) आ डेरिवेटिव मार्केट (भविष्य के सौदा) में खूब खरीद-बिक्री कइल जाला। काहे कि ई चीज हर जगह आसानी से मिलेला, त एहसे एकरा पर मुनाफा कम रहेला आ कीमत छोड़के दोसर चीजन (जइसे ब्रांड के नाँव) के खास महत्व ना रहेला।
जादातर कमोडिटी कच्चा माल, बुनियादी साधन, खेती-पाती के सामान, या खनन से मिलल चीज होखे ला – जइसे लोहा, चीनी, धान-गेहूं। कुछ कमोडिटी मास प्रोडक्शन, मने की बड़ पैमाने पर उत्पादन वाला चीज, से बनल सामानो होखेला, जइसे केमिकल भा कंप्यूटर मेमरी। सबसे पॉपुलर कमोडिटी में कच्चा तेल, मक्का आ सोना आवेला।
कमोडिटी के दूसको मतलब बतावल गइल बा – जइसे “कवनो काम के चीज़” या “कवनो आर्थिक सामान या सेवा जवन बाजार में बिके खातिर मौजूद बा”। Alfred Marshall (Principles of Economics, 1920) आ Léon Walras (Elements of Pure Economics, 1926/1954) जइसन विद्वान लोग के किताब में ‘commodity’ शब्द के साधारण आर्थिक सामान या सेवा खातिर इस्तेमाल कइल गइल बा।
संदर्भ
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