स्मॉग टावर

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रॉटरडम में एगो स्मॉग टावर

स्मॉग टावर अइसन संरचना हवें जे वायु प्रदूषण के कण सभ के कम करे खातिर बड़ पैमाना पर एयर प्यूरीफायर के रूप में डिजाइन कइल गइल बाड़ें, जेकर प्रोटोटाइप 2017 में डच कलाकार दान रूजगार्ड द्वारा बीजिंग में लगावे खातिर बनावल गइल।

उदाहरण[संपादन करीं]

बाद में रूजगार्ड के 2017 के प्रोटोटाइप के तियानजिन आ क्राकोव में लगावल गइल।[1] 2018 में शहर के प्रदूषण से निपटे खातिर शानक्सी के ज़ियान में एगो 100-मीटर (330-फुट) ऊँच टावर बनावल गइल बा। एकर परीक्षण चीनी विज्ञान अकादमी के पृथ्वी पर्यावरण संस्थान के शोधकर्ता लोग द्वारा करावल जा रहल बा।[2]

दिल्ली में कुरिन सिस्टम्स 12-मीटर (40-फुट) लंबा स्मॉग टावर, जेकरा के "कुरिन सिटी क्लीनर" कहल जाला डेवलप क रहल बाटे।[3] दावा कइल जाता कि ए टावर से 3-किलोमीटर (1.9-मील) के भीतर 75,000 लोग तक हवा छानल जाई। [4] कुरिन सिटी क्लीनर सबसे मजबूत एयर प्यूरिफिकेशन टावर होई, जवन कि हर दिन 3.2 करोड़ घन मीटर से जादा हवा के साफ करी। [5] द टाइम्स के अनुसार, पर्यावरणविद लोग दिल्ली परियोजना के एह आधार पर "निंदा" कइल कि "शहर के आकार आ एकरे प्रदूषण के पैमाना के देखत, एकरे हवा के साफ करे खातिर 25 लाख स्मॉग टावर सभ के जरूरत पड़ी"।[6]

आलोचना[संपादन करीं]

कुछ वायु प्रदूषण विशेषज्ञ स्मॉग टावर परियोजना के संदेह के साथ देखेले। उदाहरण खातिर, यॉर्क विश्वविद्यालय के वायुमंडलीय रसायन विज्ञान के प्रोफेसर, नेशनल सेंटर फॉर एटमोस्फेरिकल साइंस के विज्ञान निदेशक, आ एयर क्वालिटी एक्सपर्ट ग्रुप के अध्यक्ष एलिस्टर लुईस के तर्क बा कि बीजिंग आ दिल्ली के प्रोटोटाइप नियर स्थिर हवा साफ करे वाला उपकरण सभ के शहर के हवा के एतना प्रोसेस ना कर सके ला जे तेजी से शहरी प्रदूषण में सार्थक बदलाव ले आवे खातिर सच्छ्म होखे। एकरे बजाय लुईस के तर्क बा कि "एक बेर हवा में पहुँच गइल प्रदूषण के पकड़े के कोसिस करे के बजाय, स्रोत पर हानिकारक उत्सर्जन के रोके वाली टेक्नालॉजी आ योजना सभ के सोझा ले आवल बहुत बहुत आसान बा"।[7] भारत के सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर से सुनील दहिया टिप्पणी कइले बाड़न कि "स्मोग टावर लगावल कबो समाधान ना रहल, आ कबो ना होखी", ई नोट करत कि दिल्ली टावर (ज्यादातर) कोयला से चले वाली बिजली से चले वाला होखी, "त... हमनी के देश के अउरी जगह प प्रदूषण में बढ़ोतरी करत रहब।" [8]

संदर्भ[संपादन करीं]

  1. Bürklein, Christiane (2018-02-27). "Smog Free Tower by Daan Roosegaarde in Krakow Poland". Floornature.com (इटैलियन में). Retrieved 2019-01-05.
  2. Post, South China Morning. "China built a tower that acts like the world's biggest air purifier, and it actually works". Business Insider. Retrieved 2019-01-05.
  3. Nov 5, PTI | Updated; 2018; Ist, 15:21. "Delhi air pollution: India's own 'smog tower' may help combat air pollution | Delhi News - Times of India". The Times of India (अंग्रेजी में). Retrieved 2019-11-18.{{cite web}}: CS1 maint: numeric names: authors list (link)
  4. "Made-in-India Smog Tower Spells Hope For Delhi, Can Clean 130 Crore Litres of Air Per Day!". The Better India (अमेरिकी अंग्रेजी में). 2018-11-05. Retrieved 2019-01-05.
  5. "This Made-in-India smog tower, dubbed 'world's largest', could save Delhi". Business Standard India. Press Trust of India. 2018-11-04. Retrieved 2019-11-18.
  6. Dhillon, Amrit (24 August 2021). "Delhi unveils 'smog tower' to clean its filthy air". The Times. Retrieved 14 August 2022.
  7. Lewis, Alastair (25 January 2018). "Beware China's 'anti-smog tower' and other plans to pull pollution from the air". The Conversation. Retrieved 14 August 2022.
  8. "Smog tower to help Delhi breathe but experts sceptical". France24. 22 July 2021. Retrieved 14 August 2022.