महानंदा नदी

विकिपीडिया से
महानंदा
नदी
महानंदा नदी
देस भारत, बांग्लादेश
राज्य पच्छिम बंगाल, बिहार
सहायिका
 - दहिने से मेची नदी, कांकई नदी
शहर सिलीगुड़ी, इंग्रेज बजार
लैंडमार्क महानंदा बनजीव अभयारण्य
उदगम हिमालय
मुहाना गंगा
 - लोकेशन गोदागिरि, नवाबगंज जिला, बांग्लादेश
लंबाई 360 किमी (224 मील)

महानंदा (नेपाली: महानदी, बंगाली: মহানন্দা নদী) भारतबांग्लादेस में बहे वाली एगो ट्रांसबाउंड्री नदी बा। ई गंगा नदी सिस्टम के एगो महत्वपूर्ण नदी हऽ आ एकर प्रमुख सहायिका मेची नदी हवे जे नेपाल से निकसे ले आ नैपाल अउरी भारतीय राज्य पच्छिम बंगाल के बीच बाडर बनावे ले। महानंदा नदी खुद भारत के पच्छिम बंगाल, आ बिहार राज्य से होके बांग्लादेस में जा के गंगा में मिले ले।

नदी के कुल लंबाई 360 किलोमीटर (220 मील) बा आ ई पहाड़ी इलाका से उतरे के बाद बहुत कम ढाल वाली जमीन में बहे ले एही कारण मानसून के सीजन में एह नदी में अक्सर बाढ़ आवे ले।

बिबरन[संपादन करीं]

नदी के संगम
नबाबगंज जिला में पुल पर से महानंदा के सीन।

महानंदा के उदगम हिमालय परबत से होला: दार्जिलिंग जिला में कुरसियांग के पूरुब में चिम्ली के लगे महालदिरम पहाड़ पर पगलाझोरा झरना से ई नदी निकसे ले, एह अस्थान के ऊँचाई समुंद्र तल से करीबन 2,100 मीटर (6,900 फीट) हऽ।[1][2][3]महानंदा बनजीव अभयारण्य से हो के बहे ले आ सिलीगुड़ी के लगे मैदान में परवेश करे ले आ जलपाईगुड़ी जिला के छू के गुजरे ले।[2][4]

नदी बांग्लादेस में पाँचगढ़ जिला के तेतुलिया के लगे परवेश करे ले आ 3 किलोमीटर (1.9 मील) बहे के बाद फिर भारत के सीमा में आ जाले।[5] एकरा बाद ई पच्छिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिला में आ बिहार के किशनगंज आ कटिहार जिला में बहे ले आ फिर पच्छिम बंगाल के मालदा जिला में परवेश करे ले।[6][7] महानंदा एह जिला के दू हिस्सा में बाँटे ले — पूरबी इलाका, जे मुख्य रूप से पुराना अल्यूवियम के जमाव से बनल हवे आ तुलना में कम उपजाऊँ हवे जेकरा के बारिंद कहल जाला, आ पच्छिमी इलाका जे फिर से कालिंद्री नदी द्वारा दू हिस्सा में बाँटल जाला, उत्तरी हिस्सा के "ताल" कहल जाला जे निचाई के जमीन वाला बाढ़ परभावित इलाका हवे आ दक्खिनी हिस्सा के "दियारा" कहल जाला जे उपजाऊँ आ घन आबादी वाला इलाका हवे।[8]

ई नदी बांग्लादेश के नवाबगंज जिला में गोदागिरी के लगे गंगा नदी में मिले ले।[1]

बाढ़[संपादन करीं]

महानंदा नदी में लगभग हर साल बाढ़ आवे ला आ जवना साल मानसून मजबूत रहे ला एकरे बाढ़ से काफी इलाका परभावित होला।

बिहार के किशनगंजकटिहार जिला एह बाढ़ से सभसे ढेर परभावित होलें। बाढ़ से बचाव खातिर नदी के तीरे बाँध बनावल गइल बाकी लोकल लोगन के मानल बा कि बाँध बनावे से इस्थिति अउरी खाराब भइल बा। कुछ जगह बाँध के टूट जाए के बाद केंद्र सरकार जब दुबारा एकरा बनवावे के पहल कइल लोकल लोग एकर भरपूर बिरोध कइल।[9]

संदर्भ[संपादन करीं]

  1. 1.0 1.1 Sharad K. Jain; Pushpendra K. Agarwal; Vijay P. Singh. Hydrology and Water Resources of India. p. 360. Google books. Retrieved 2010-05-14.
  2. 2.0 2.1 "Rivers in Siliguri". Mahananda River. Siliguri on line. Retrieved 2010-05-14.
  3. "Rivers". Darjeeling News.Net. Retrieved 2010-05-14.
  4. "Mahananda Wildlife Sanctuary". nature beyond. Retrieved 2010-05-14.
  5. "News from Bangladesh". Retrieved 2010-05-14.
  6. "Uttar Dinajpur district". Uttar Dinajpur district administration. Retrieved 2010-05-14.
  7. "Kishanganj district". Kishanganj district administration. Archived from the original on 8 April 2010. Retrieved 2010-05-14. {{cite web}}: Unknown parameter |deadurl= ignored (help)
  8. "Malda district". Malda district administration. Retrieved 2010-05-14.
  9. "महानंदा नदी पर बांध को लेकर सरकार ने भेजा एक दल, हुई चर्चा". Eenadu English Portal (हिंदी में). hindi.eenaduindia.com. 10 मार्च 2018. Retrieved 6 जुलाई 2018.[मुर्दा कड़ी]

बाहरी कड़ी[संपादन करीं]

  • सुल्ताना नसरीन बेबी (2012), "Mahananda River", in सिराजुल इस्लाम; अहमद ए॰ जमाल (eds.), Banglapedia: National Encyclopedia of Bangladesh (दूसरा ed.), एशियाटिक सोसाइटी ऑफ बांग्लादेश